माघ शुक्ल शीतला छठि पर कविता

माघ शुक्ल शीतला छठि पर कविता माघ शुक्ल की छठि तिथी ,से ठंडी का अन्त ।इसे शीतला छठि कहें ,जानकार सब सन्त।।इस छठि का व्रत लाभप्रद,नारी को है खास।दैहिक-दैविक ताप से,मुक्ती बिना प्रयास।।मातु शीतला की कृपा,संतति करे प्रदान।देता है सौभाग्य भी,पुष्ट करे मन-प्रान।।इस व्रत मे चूल्हा सदा,जलने मे प्रतिबन्ध।बासी भोजन भोग मेकरने का अनुबन्ध।।रोग विकारों … Read more

शिव में शक्ति पर कविता

शिवशक्ति की वंदना प्रस्तुत कविता शिव में शक्ति पर कविता भगवान शिव पर आधारित है। वह त्रिदेवों में एक देव हैं। इन्हें देवों के देव महादेव, भोलेनाथ, शंकर, महेश, रुद्र, नीलकंठ, गंगाधार आदि नामों से भी जाना जाता है।

ज्ञान दो वरदान दो माँ

ज्ञान दो वरदान दो माँ सत्य का संधान दो।बिंदु से भी छुद्रतम मैंकृपा का अवदान दो। अवगुणों को मैं समेटेमाँ पतित पातक हूँ मैं।मोह माया से घिरा हूँ,निपट पशु जातक हूँ मैं।अज्ञानता मन में बसाये ।अहम,झूठी शान हूँ मैं।लाख मुझ में विषमताएं।गुणी तुम अज्ञान हूँ मैं। है तिमिर सब ओर माता,ज्योति का आधान दो माँ।ज्ञान … Read more

शारदा-वंदन :मात नमन हम करें सदा ही

शारदा-वंदन :मात नमन हम करें सदा ही मात नमन हम करें सदा ही,हमें बौद्धिक दान दो।पढ़ लिख सीखें तमस मिटाएँ,ज्ञान का वरदान दो।अज्ञानता को दूर कर माँ,ज्ञान का पथ भान दो।पित,मात,गुरु सेवा करूँ माँ ,भाव संगत मान दो। मात शारदे वंदन गाता,चरण कमल पखारता।तरनी तार मोरि तो माता,दूर कर अज्ञानता।नवल प्रकाश ज्ञान का भर दे,पथ … Read more

महा देश का ग्रंथ महाभारत

महा देश का ग्रंथ महाभारत अवसर मिलता सर्वदा,पर मन का अभिमान।आलस और प्रमाद सेनही सकें पहचान।।तब गुरुवर, गणनाथ मिलि,पथ की दें पहचान।जो जाने वे कर लिए ,निज हित करके ध्यान।।हर मानव का ध्येय हो,पूजा तीन प्रकार।पित्र, गुरू और देव का ,पूजन से सत्कार।।जीवन के इस युद्ध मे,प्रबल बुद्धि जब होय।तब डगमग श्रद्धा रहे,दुख भोगे हर … Read more