हिन्दी वर्णमाला पर कविता – दुर्गेश मेघवाल
हिन्दी वर्णमाला पर कविता- दुर्गेश मेघवाल अ से अनार ,आ से आम , पढ़ लिख कर करना है नाम। इ से इमली , ई से ईख , ले लो ज्ञान की पहली सीख । उ से उल्लू ,ऊ से ऊन,…
हिन्दी वर्णमाला पर कविता- दुर्गेश मेघवाल अ से अनार ,आ से आम , पढ़ लिख कर करना है नाम। इ से इमली , ई से ईख , ले लो ज्ञान की पहली सीख । उ से उल्लू ,ऊ से ऊन,…
मित्र और मित्रता पर कविता हो दया धर्म जब मित्र में,सुमित्र उसको मानिए।ना मैल हो मन में कभी, कर्मों को नित छानिए।आदर सेवा दे मित्र को,प्यार भी दिल से करो।दुखडा उस पर कभी पड़े, दुःख जाकर के हरो।मित्रों से नाता…
रामधारी सिंह दिनकर जी तेईस सितम्बर सरस,सन उन्नीस सौ आठ।बालक एक जन्म लिया,शुभ सेमरिया घाट।। बेगु सराय बिहार में , है सेमरिया घाट।होनहार बालक हुआ,मिला न जिनका काट।। मन में ज्ञानालोक ले ,सुख-दुख सह आघात।नाम रामधारी पड़ा ,हुआ जगत विख्यात।।…
दिनकर जी पर दोहे – बाबूलाल शर्मा दिनकर दिनकर से हुए,हिन्दी हिन्द प्रकाश।तेज सूर जैसा रहा, तुलसी सा आभास।।.जन्म सिमरिया में लिये, सबसे बड़े प्रदेश।सूरज सम फैला किरण, छाए भारत देश।। भूषण सा साहित्य ध्रुव, प्रेमचंद्र सा धीर।आजादी के हित…
मानवता पर ग़ज़ल तपस्या तपमें गल कर देखो।सत्य धर्म पर चल कर देखो।। प्रभु भक्ति शुभ नेकी दान में,अपना रूख बदलकर देखो। दीन-दुखीअबला-अनाथ की,पीड़ा बीच पिघल कर देखो। सेवा समर्पण शुभ कर्मों में,शुचि संगत में ढ़ल कर देखो। त्याग संतोष…