महापर्व संक्रांति / रवि रश्मि ‘ अनुभूति ‘

महापर्व संक्रांति / रवि रश्मि ‘ अनुभूति ‘ मधुर – मृदु बोल संक्रांति पर , तिल – गुड़ – लड्डू के खाओमिलजुलकर सभी प्रेम – प्यार , समता , सौहार्द बढ़ाओमहापर्व संक्रांति लाए सदा , खुशहाली चहुँ ओर ,पतंग उड़ाओ…
महापर्व संक्रांति / रवि रश्मि ‘ अनुभूति ‘ मधुर – मृदु बोल संक्रांति पर , तिल – गुड़ – लड्डू के खाओमिलजुलकर सभी प्रेम – प्यार , समता , सौहार्द बढ़ाओमहापर्व संक्रांति लाए सदा , खुशहाली चहुँ ओर ,पतंग उड़ाओ…
कागजी तितली / डी कुमार –अजस्र ठिठुरन सी लगे ,सुबह के हल्के रंग रंग में ।जकड़न भी जैसे लगे ,देह के हर इक अंग में ।। उड़ती सी लगे,धड़कन आज आकाश में।डोर भी है हाथ में,हवा भी है आज साथ…
राम आएँगे गीत कविता हिंदी में (Ram Aayenge Lyrics In Hindi) मेरी झोपड़ी के भाग,आज जाग जाएंगे,राम आएँगे,राम आएँगे आएँगे,राम आएँगे,मेरी झोपडी के भाग,आज जाग जाएंगे,राम आएँगे ॥ राम आएँगे तो,आंगना सजाऊँगी,दिप जलाके,दिवाली मनाऊँगी,मेरे जन्मो के सारे,पाप मिट जाएंगे,राम आएँगे,मेरी…
अनुराग राम का पाने को/ हरिश्चन्द्र त्रिपाठी’ हरीश; अनुराग राम का पाने को,उर पावन सहज प्रफुल्लित है।कण-कण में उल्लास भरा,जन -जीवन अति आनन्दित है।टेक। बर्बरता की धुली कालिमा,सपनों के अंकुर फूटे,स्वच्छ विचारों के प्रहार से,दुर्दिन के मानक टूटे।नाच रहीं खुशियॉ…
श्री राम को प्रणाम है/ डाॅ विजय कुमार कन्नौजे धीर वीर श्री राम कोकोटि-कोटि प्रणाम है।कौशल्या के लालदशरथ कुमार है।संत हितकारी परदुष्टों का काल है।। वही प्रभु श्री राम को कोटि-कोटि प्रणाम है ।। निर्गुण निराकार परधरती में अवतार है।दशरथ…