गीत: “राखी का बंधन”**
गीतकार : मनीभाई नवरत्न
अंतरा 1:
(brother voice)
राखी का बंधन है, रिश्तों की पूजा , रिश्तों के इस धागे में, प्यार है छुपा ।
(sister voice)
तू है मेरा भाई, तू ही मेरा साया, मेरे इस जीवन को, खुशी से सजाया।
कोरस:*
रिश्तों की इस डोर में, बंधा है दिल हमारा, बहना के बिना अधूरा, भाई का सपना सारा ।
**रिश्तों की इस डोर में, बंधा है दिल हमारा,
बहना के बिना अधूरा, भाई का सपना सारा ।**
अंतरा 2:
(sister voice)
जब तू मुस्काए, दिल मेरा खिल जाए, तेरे हर आँसू में, मेरी आँखें भर आएं।
(brother voice)
तेरी हर राह में, साया बन के रहूँ , लगे जो धुप तुझे , छाया बन के रहूँ ।
कोरस:*
रिश्तों की इस डोर में, बंधा है दिल हमारा, बहना के बिना अधूरा, भाई का सपना सारा ।
रिश्तों की इस डोर में, बंधा है दिल हमारा, बहना के बिना अधूरा, भाई का सपना सारा ।
अंतरा 3:
(sister voice)
तू मेरा गर्व है , तू ही मेरी जान, भाई के खुशी में, बहना का मान।
(brother voice)
** राखी के धागों संग , बहन का प्यार है ,
तू सदा ही आगे बढ़ना , भाई की पुकार है ।**
कोरस:*
रिश्तों की इस डोर में, बंधा है दिल हमारा, बहना के बिना अधूरा, भाई का सपना सारा ।
रिश्तों की इस डोर में, बंधा है दिल हमारा, बहना के बिना अधूरा, भाई का सपना सारा ।
इस गीत को गाने के लिए आप मध्यम सुर और धीमी से मध्यम लय का उपयोग कर सकते हैं। गीत की भावनात्मक गहराई और भाई-बहन के प्यार को व्यक्त करने के लिए कोमल सुरों का चयन किया गया है। यह गाना राखी के पवित्र बंधन की महिमा को और भी उजागर करेगा।