31 अक्टूबर इंदिरा गांधी पुण्यतिथि पर कविता
31 अक्टूबर इंदिरा गांधी पुण्यतिथि पर कविता ये जमीं रो पड़ी ● राजेंद्र राजा ये जमीं रो पड़ी आसमाँ रो पड़ा । भोर होते ही सारा जहाँ रो पड़ा ।। छोड़कर साथ सबका जुदा जब हुई। राह चलता हुआ कारवाँ…
31 अक्टूबर इंदिरा गांधी पुण्यतिथि पर कविता ये जमीं रो पड़ी ● राजेंद्र राजा ये जमीं रो पड़ी आसमाँ रो पड़ा । भोर होते ही सारा जहाँ रो पड़ा ।। छोड़कर साथ सबका जुदा जब हुई। राह चलता हुआ कारवाँ…
खूब लड़ी मरदानी ● सुभद्राकुमारी चौहान बुंदेले हरबोलों के मुँह हमने सुनी कहानी थी, खूब लड़ी मरदानी वह तो झाँसीवाली रानी थी। सिंहासन हिल उठे, राजवंशों ने भृकुटी तानी थी, बूढ़े भारत में भी आई, फिर से नई जवानी थी,…
मई महाराणा प्रताप जयन्ती 9 मई को मनाई जाती है, महाराणा प्रताप एक महान पराक्रमी और युद्ध रणनीति कौशल में दक्ष थे। महाराणा प्रताप ने मुगलों के बार-बार हुए हमलों से मेवाड़ की रक्षा की। जिनका जन्म जन्म 9 मई…
भीमराव रामजी आम्बेडकर (14 अप्रैल, 1891 – 6 दिसंबर, 1951), वे डॉ॰ बाबासाहब आम्बेडकर नाम से लोकप्रिय थे उन्होंने दलित बौद्ध आंदोलन को प्रेरित किया और अछूतों (दलितों) से सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध अभियान चला 14 अप्रैल डॉ. भीमराव अम्बेडकर…
स्वामी दयानन्द सरस्वती जयन्ती (फाल्गुन कृष्ण) पर कविता वह दयानन्द ब्रह्मचारी O डॉ. ब्रजपाल सिंह संत दुनिया की प्यास स्वयं पीता, जल लहर बाँटता चलता है, पूरी आजादी का आसव, हर पहर बाँटता चलता है, स्वाभिमान की भावना से, भीरुता…
23 जनवरी नेताजी सुभाष चन्द्र बोस जयन्ती पर कविता: (23 जनवरी 1897 – 18 अगस्त 1945) भारत के स्वतंत्रता संग्राम के अग्रणी और सबसे बड़े नेता थे। द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान, अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई में, उन्होंने जापान की…
8 जनवरी लाला लाजपत राय जयन्ती पर कविता: लाला लाजपत राय एक भारतीय लेखक और साहित्यकार हैं। उनका जन्म 28 जनवरी 1865 को हुआ और उनकी मृत्यु 17 नवम्बर 1928 को हुई। इन्हें ‘पंजाब केसरी’ के नाम से जाना जाता…
गुरु गोविन्द सिंह जयन्ती पर कविता : वे सिक्ख धर्म के अंतिम गुरु थे। सिख धर्म में गुरु गोबिंद सिंह का अहम योगदान माना जाता है। गुरु गोबिंद सिंह जी महाराज ने सिख धर्म के कई नियम बनाए, जिनका पालन…
डॉ. राम मनोहर लोहिया जयन्ती पर कविता : आर्चिक जीवन एवं शिक्षा डॉ. राममनोहर मूर्ति का जन्म 23 मार्च 1910 को उत्तर प्रदेश के अयोध्या जनपद में वर्तमान-अम्बेडकर नगर जनपद में हुआ था। उनके परमप्रिय श्री हीरालाल कट्टर से शिक्षक…
शत-शत आज नमन है ● डॉ. ब्रजपाल सिंह संत देह भस्म तो उड़ जाती है, कार्य अजर-अमर है। विष्णु चरणी, शीतलता सा, हर-हर गर्जन स्वर है संकल्पों का शंख, विश्व को दे गया माणिक मोती । हिंदुस्तान बना हिंदू से,…