गाँव की महिमा पर अशोक शर्मा जी की कविता

village based Poem

गाँव की महिमा पर अशोक शर्मा जी की कविता गांव और शहर लोग भागे शहर-शहर , हम भागे देहात,हमको लागत है गाँवों में, खुशियों की सौगात। उहाँ अट्टालिकाएं आकाश छूती, यहाँ झोपड़ी की ठंडी छाँव।रात रात भर चलता शहर जब,चैन शकून से सोता गाँव। जगमग जगमग करे शहर, ग्राम जुगनू से उजियारा है।चकाचैंध में हम … Read more

मतदान विषय पर दोहे- बाबू लाल शर्मा

मतदान विषय पर दोहे- बाबू लाल शर्मा सोच समझ मतदान (दोहा-छंद)1.मत अयोग्य को दें नहीं, चाहे हो वह खास।वोट देय हम योग्य को, सब जन करते आस।। 2.समझे क्यों जागीर वे, जनमत के मत भूल।उनको मत देना नहीं, जिनके नहीं उसूल।। 3.एक वोट शमशीर है, करे जीत या हार।इसीलिए मतदान कर, एक वोट सरकार।। 4.मतदाता … Read more

आपदा विषय पर दोहा -बाबू लाल शर्मा

13 अक्टूबर अंतरराष्ट्रीय आपदा न्यूनीकरण दिवस

हम होंगे कामयाब – गिरिजाकुमार माथुर

struggle

हम होंगे कामयाब – गिरिजाकुमार माथुर हम होंगे कामयाब,हम होंगे कामयाब,हम होंगे कामयाब एक दिन,मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास,हम होंगे कामयाब एक दिन होगी शान्ति चारों ओर,होगी शान्ति चारों ओर,होगी शान्ति चारों ओर एक दिन,मन में है विश्वास, पूरा है विश्वास,होगी शान्ति चारों ओर एक दिन। नहीं डर किसी का आज,नहीं भय किसी … Read more

हिंदी संग्रह कविता- माँ! बस यह वरदान चाहिए

माँ! बस यह वरदान चाहिए माँ बस यह वरदान चाहिए।जीवन-पथ जो कंटकमय हो, विपदाओं का घोर विलय हो।किन्तु कामना एक यही बस, प्रतिपल पग गतिमान चाहिए। माँ … हास मिले या त्रास मिले, विश्वास मिले या फास मिले।गरजे क्यों न काल सम्मुख, जीवन का अभिमान चाहिए॥ माँ… जीवन के इन संघर्षों में, दुःख – कष्ट … Read more