दोहा सप्तक
दोहा सप्तक *जो तू तोड़े फूल को , किया बड़ा क्या काम ।फूलों को मुरदा करे , खुश हो कैसे राम ।। *जीवन के सौन्दर्य से , जब होगी पहचान ।पायेगा तब ही मजा , सचमुच में इंसान ।। . *समय लगे न चित्र रचे , झटपट रचना होय ।एक चरित्र निर्माण में , … Read more