8 मई मातृ दिवस पर कविता /Poem on 8th May Mother’s Day

सबसे ज्यादा मेरी माता o आचार्य मायाराम ‘पतंग’ सबसे ज्यादा मेरी माता, लगती मुझको प्यारी है। माता के पावन चरणों, जग सारा बलिहारी है ॥ माँ ने सबको जन्म दिया है अपना दूध पिलाया है। गीले में खुद सोई माँ, सूखे में हमें सुलाया है ॥ भूख, प्यास सब सही स्वयं पर दुःखी नहीं हमको … Read more

7 अप्रैल स्वास्थ्य दिवस पर कविता

उन आदतों को o आचार्य मायाराम ‘पतंग’ बिस्तरों को छोड़ दो, सुबह की नींद तोड़ दो। जिनसे स्वास्थ्य नष्ट हो, उन आदतों को छोड़ दो । सूर्य के उदय से पूर्व, सैर करने जाइए। शौच से निपट के, दाँत साफ करके आइए ॥ इससे पहले चाय-नाश्ते की बात छोड़ दो। जिनसे स्वास्थ्य…. सैर ही नहीं … Read more

23 मार्च बलिदान दिवस पर कविता

23 मार्च को तीन स्वतंत्रता सेनानियों भगत सिंह, शिवराम राजगुरु और सुखदेव थापर को अंग्रेजों ने फांसी पर चढ़ा दिया था। कम उम्र में इन वीरों ने देश के आजादी की लड़ाई लड़ी और अपने प्राणों की आहुति दे दी। इसी के साथ भारतीयों के लिए भगत सिंह, शिवराम राजगुरु, सुखदेव प्रेरणा के स्रोत बने हैं। इस लिए … Read more

8 मार्च अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर कविता

Women_Empowerment

1857 में 8 मार्च को न्यूयॉर्क में कपड़ा मिलों की कामकाजी महिलाओं ने अधिक वेतन व काम के घण्टे 15-16 से घटाकर 10 घण्टे करने की मांग को लेकर प्रदर्शन किया। चुकीं यह विश्व की महिलाओं का यह प्रथम प्रदर्शन था, इस लिए इस दिन को अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के रुक में मनाया जाता है … Read more

23 दिसम्बर किसान दिवस पर कविता

तुझे कुछ और भी दूँ ! ● रामअवतार त्यागी तन समर्पित, मन समर्पित और यह जीवन समर्पित चाहता हूँ, देश की धरती तुझे कुछ और भी दूँ! माँ ! तुम्हारा ऋण बहुत है, मैं अकिंचन किंतु इतना कर रहा फिर भी निवेदन, थाल में लाऊँ सजाकर भाल जब स्वीकार कर लेना दयाकर वह समर्पण! गान … Read more