शहीदों के लिए कविता

23 मार्च को शहीद दिवस के रूप में याद किया जाता है और भारत में मनाया जाता है। इस दिन 1931 को तीन बहादुर स्वतंत्रता सेनानियों: भगत सिंह, राजगुरु और सुखदेव थापर को अंग्रेजों ने फांसी दी थी। महात्मा गांधी की स्मृति में। 30 जनवरी 1948…

माघ शुक्ल सप्तमी

माघ शुक्ल सप्तमी माघ शुक्ल की सप्तमी,रवि का आविर्भाव।लिखा भविष्य पुराण में,अविचल अंड प्रभाव ।।अधिक दिनों तक थे स्वयं,सूर्य देव भी अंड ।इसीलिए है नाम भी,उनका श्री मार्तण्ड।।यह तिथि है अति पुण्य की ,अचला, भानु, अर्क।सुत दायक भी कह रहे,करके…

जो तुमसे हो गया है प्यार

जो तुमसे हो गया है प्यार जिंदगी हर बार आती नहीं ,यादों में आकर तुम जाती नहीं ।तुम ना कर जाना इंकारजो तुमसे हो गया है प्यार ।। यादों में तेरे मैं हर पल छाया रहता ।सोचकर मैं तुमको हरदम…

मेरे सांसों ने तेरे कानों में

मेरे सांसों ने तेरे कानों में मेरे सांसों ने तेरे कानों मेंअपने दिल का पैगाम दिया ।गुजरी तुझ पर क्या जानेमन ?क्या इसका अंजाम हुआ? धोखा में ना रखना ,सनम तू मुझको ।बरसों से चाहत है चाहे तू मेरे दिल…

तेरे लिए करूं दुआ हर पल सदा

तेरे लिए करूं दुआ हर पल सदा तेरे लिए करूं दुआ, हर पल सदा ,तुझे ना पता।देखकर अनदेखा, ना कर जाने जा और ना सता। ख्वाबों की लकीर, पर बनती है तेरी तस्वीर ।छूना चाहूं, छू ना पाऊं हाथों में…

माघ शुक्ल शीतला छठि पर कविता

माघ शुक्ल शीतला छठि पर कविता माघ शुक्ल की छठि तिथी ,से ठंडी का अन्त ।इसे शीतला छठि कहें ,जानकार सब सन्त।।इस छठि का व्रत लाभप्रद,नारी को है खास।दैहिक-दैविक ताप से,मुक्ती बिना प्रयास।।मातु शीतला की कृपा,संतति करे प्रदान।देता है सौभाग्य…

सभी विद्या की खान है माता

सभी विद्या की खान है माता सभी विद्या, सुधी गुण की,अकेली खान है माता।इन्हे हम सरस्वती कहते,यही सब ज्ञान की दाता।इन्हे तो देव भी पूजें,पड़े जब काम कुछ उनका-सदा श्रद्धा रहे जिसमे,इन्हे वह भक्त है भाता। सदा माँ स्वेत वस्त्रों…

माँ गंगा पर कविता

माँ गंगा पर कविता कलयुग के अत्याचारों को देख, माँ गंगा पुकारे….वर्षों के पावन तप से , मैं इस धरती पर आयी।पर आज मनुज ने देखो, मेरी कैसी गति बनायी।निर्मल थी मैं मैली हो गयी, तुम सबके कुकृत्यों से।कूड़े- कचरे…

देश पर कविता

देश पर कविता हे ! मातृभूमि तेरी रक्षा में,हम अपना प्राँण लुटाएंगे।तन-मन-धन सब अर्पित कर,हम तेरा मान बढ़ाएंगे। देश के खातिर कफन बाँधके, सरहद पर सब डट जाएँगे। समय आए जब आहुति का, तब प्राँण होम कर जाएंगे। पले-बढ़े जिस…

अकिल की शायरी

अकिल की शायरी चाहत है ये मेरी कुछ ऐसा कर जाऊँ,भारत की धरती को अपने लहू से रंग जाऊँ। ख्वाहिश थी ये मेरी की माँ की गोद में झूमलूँ,बुढ़े वालिद की नजर को पढ़ूँ और बीबी के हाथों को चूम…

धरती पर प्रेम का दूसरा रूप है मेरी माँ – धमेन्द्र वर्मा

मातृपितृ पूजा दिवस भारत देश त्योहारों का देश है भारत में गणेश उत्सव, होली, दिवाली, दशहरा, जन्माष्टमी, नवदुर्गा त्योहार मनाये जाते हैं। कुछ वर्षों पूर्व मातृ पितृ पूजा दिवस प्रकाश में आया। आज यह 14 फरवरी को देश विदेश में मनाया जाता है।…