नाराच ( पंच चामर ) छंद
नाराच ( पंच चामर ) छंद : 24 मात्रा, ज र ज र ज गुरु । महान देश की ध्वजा पुनीत राष्ट्र गान है ।उठे सदा झुके नहीं अतीत गर्व प्राण है ।।खड़े रहे डटे रहे मिसाल दे जवान …
नाराच ( पंच चामर ) छंद : 24 मात्रा, ज र ज र ज गुरु । महान देश की ध्वजा पुनीत राष्ट्र गान है ।उठे सदा झुके नहीं अतीत गर्व प्राण है ।।खड़े रहे डटे रहे मिसाल दे जवान …
मन में जो तू ठान ले / रामनाथ साहू ” ननकी “ मन में जो तू ठान ले ,कुछ भी करले मीत ।हौसला गिराना नहीं , होगी निश्चित जीत ।।चरण स्पर्श है बंदगी , कृपा करे सब संत ।मन के…
उठो सपूत ल ला – ल ला – ल ला – ल ला – ल ला – ल ला – ल ला – ल ला उठो सपूत राष्ट्र के, जगा रही तुम्हें धरा।पुनः महान देश हो, विचार ये करो जरा।1प्रबुद्ध…
जीवन की डगर कुछ तुम चलो,कुछ हम चलें,जीवन की डगर पर साथ चले।लक्ष्य को पाना है एक दिन,निशदिन समय के साथ चलें।सुख दु:ख के हम सब साथी,अपनत्व प्यार बाँटते चलें।अटल विश्वास हमारा मन में,मंज़िल की ओर हम बढ़ चलें।हिम्मत,परिश्रम और…
सुख दुख पर कविता सुख का सागर भरे हिलोरे।जब मनवा दुख सहता भारी।सुख अरु दुख दोनों ही मिलकर।जीवन की पतवार सँभारी।दुखदायी सूरज की किरणें।झाड़न छाँव लगे तब प्यारी।भूख बढ़े अरु कलपै काया।रूखी सूखी पर बलिहारी।पातन सेज लगे सुखदायक।कर्म करे मानव…