जगन्नाथ रथयात्रा पर हिंदी कविता (Jagannath Rathyatra)

रथ यात्रा दूसरे शब्दों में रथ महोत्सव एकमात्र दिन है जब भक्तों को मंदिर में जाने की अनुमति नहीं है, उन्हें देवताओं को देखने का मौका मिल सकता है। यह त्योहार समानता और एकीकरण का प्रतीक है।रथ यात्रा भारत के पुरी में जून या जुलाई के महीनों में आयोजित भगवान जगन्नाथ (भगवान विष्णु का अवतार) से जुड़ा एक प्रमुख हिंदू त्योहार है| पुरी रथ यात्रा विश्व प्रसिद्ध है और हर साल एक लाख तीर्थयात्रियों को आकर्षित करती है, न केवल भारत से बल्कि दुनिया के विभिन्न हिस्सों से भी।

शाकाहारी दिवस पर कविता

प्रत्येक वर्ष 1 नवंबर को विश्व स्तर पर वर्ल्ड वैगन डे यानि विश्व शाकाहारी दिवस मनाया जाता है। यह दिन मनुष्यों, जानवरों और प्राकृतिक पर्यावरण के लिए शाकाहारी होने के…

नाग पंचमी पर कविता – अमृता प्रीतम

नाग पंचमी पर कविता - अमृता प्रीतम कविता संग्रह मेरा बदन एक पुराना पेड़ है...और तेरा इश्क़ नागवंशी –युगों से मेरे पेड़ कीएक खोह में रहता है। नागों का बसेरा…

असाध्य वीणा – अज्ञेय की कविता

असाध्य वीणा अज्ञेय जी की एक लम्बी कविता है। इस कविता की रचना उन्होंने सनˎ1957-58 के जापान प्रवास के बाद 18-20 जून 1961 में अल्मोड़ा के कॉटेज में 321 पंक्ति…

वह शक्ति हमें दो दयानिधे

वह शक्ति हमें दो दयानिधे कविता संग्रह वह शक्ति हमें दो दयानिधे, कर्तव्य मार्ग पर डट जावें l पर सेवा पर उपकार में हम, जगजीवन सफल बना जावें ll हम…

तुम ही हो माता पिता तुम्ही हो

तुम ही हो माता पिता तुम्ही हो कविता संग्रह तुम ही हो माता पिता तुम्ही हो तुम ही बंधू , सखा तुम्ही हो तुम्ही हो साथी तुम ही सहारे कोई…

जीवन विद्या प्रार्थना

जीवन विद्या प्रार्थना कविता संग्रह वन्दना उनकी करें, जिनसे सुशोभित है धरा ।जिनसे है मानव का पथ, प्रकाश ज्योति से भरा ।।जिनसे दिशा हमको मिली, नित मानवीय मार्ग की ।पथ…

तू प्यार का सागर है (Tu Pyar Ka Sagar Hai)

तू प्यार का सागर है (Tu Pyar Ka Sagar Hai) sarv-dharm-prarthna तू प्यार का सागर है,तेरी एक बूँद के प्यासे हम ।लौटा जो दिया तूने,चले जायेंगे जहां से हम ।तू…

वैष्णव जन तो तेने कहिये

वैष्णव जन तो तेने कहिये कविता संग्रह जे पीड परायी जाणे रे । पर दुःखे उपकार करे तो ये, मन अभिमान न आणे रे ॥ ॥ वैष्णव जन तो तेने…