हिंदी कविता डिजेन्द्र कुर्रे कोहिनूर के मुक्तक कविता कविता बहार Dec 17, 2021 0 डिजेन्द्र कुर्रे कोहिनूर के मुक्तक कवितामुक्तक - बदरिया की घटाओ सीबदरिया की घटाओ सी ,तेरी जुल्फें ये…
विविध छंदबद्ध काव्य हम तुम दोनों मिल जाएँ कविता बहार Jul 19, 2021 0 हम तुम दोनों मिल जाएँshadiमुक्तक (१६मात्रिक) हम-तुमहम तुम मिल नव साज सजाएँ,आओ अपना देश बनाएँ।अधिकारों की…
अन्य काव्य शैली मातृभूमि- कविता – मौलिक रचना – अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम” कविता बहार Mar 26, 2021 0 इस रचना में कवि एक वीर सैनिक की माँ की भावनाओं को व्यक्त कर रहा है जो अपनी माँ से कहकर गया था कि वो युद्ध जीतकर…
विवाह-एक पवित्र बंधन कविता बहार Jan 25, 2021 0 विवाह-एक पवित्र बंधनविवाह एक संस्कृति व संस्कार है।विवाह बंधनों का मधुर व्यवहार है।दो पवित्र आत्माओं का होता…
घर का संस्कार है बेटी कविता बहार Jan 25, 2021 0 घर का संस्कार है बेटीघर आँगन की शान,अभिमान है होती।माँ बाप की जान पहचान होती है बेटी।अक्सर शादी के बाद पराए हो…
युवाओं के प्रेरणास्रोत- स्वामी विवेकानंद कविता बहार Jan 12, 2021 0 युवाओं के प्रेरणास्रोतदिव्य सोच साधना से अपनी,पावन ज्ञान का दीप जलाया।सोए लोगों की आत्मा को,स्वामी जी ने पहली…
न करना कृष्ण सी यारी- बाबू लाल शर्मा “बौहरा” कविता बहार Nov 24, 2020 0 August First Sunday World Friendship Day
ख्वाहिशें हमसे न पूछो-बाबू लाल शर्मा “बौहरा” कविता बहार Nov 24, 2020 0 ख्वाहिशें हमसे न पूछो-बाबू लाल शर्मा "बौहरा"ख्वाहिशें हमसे न पूछो,ख्वाहिशों का जोर है,तान सीना जो अड़े है,वे…
वतन है जान से प्यारा -बाबू लाल शर्मा,बौहरा, विज्ञ कविता बहार Nov 24, 2020 0 वतन है जान से प्यारा -बाबूलाल शर्मा बौहरा विज्ञसितारे साथ होते तो,बताओ क्या फिजां होती।सभी विपरीत ग्रह…
प्रीत पुरानी-बाबू लाल शर्मा कविता बहार Nov 24, 2020 0 प्रीत पुरानी१६ मात्रिक मुक्तकथके नैन रजनी भर जगते,रात दिवस तुमको है तकतेचैन बिगाड़ा, विवश शरीरी,विकल नयन खोजे…