परिश्रम का बीज
परिश्रम का बीज मेहनत हर ईमान कीयूँ ऐसे रंग लाएगी।व्यर्थ में सूखे बीज सेभी हरितक्रांति आएगी। सोच-खोज कब कौन चलानियमित पथ हर रोज ढ़ला।जिंदा आग जला के देखमरके तो हर मुर्दा जला। धुंआ बन जब नीर उड़ेप्यास तभी बुझ पाएगी।व्यर्थ में सूखे बीज सेभी हरितक्रांति आएगी। है धूप उजाला साया कासच संगत की काया का।तू … Read more