हम कहाँ गुम हो गये
हम कहाँ गुम हो गयेहम कहाँ गुम हो गयेमोह पाश में हम बंधे,नयनों मे ऐसे खो गये।रही नहीं हमको खबर,हम कहाँ गुम हो…
कविता
यहाँ पर हिन्दी कवि/ कवयित्री आदर ० मधु सिंघी के हिंदी कविताओं का संकलन किया गया है . आप कविता बहार शब्दों का श्रृंगार हिंदी कविताओं का संग्रह में लेखक के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा किये हैं .