सरस्वती वन्दना
सरस्वती वन्दना विनती करता हूँ शारदे माता,विद्या का हमको वरदान दे दे।हम झुके तेरे चरणों में निशदिन,तेरा आसरा हम सबको दे दे।विनती---------हर वाणी में सरगम है तेरा ,तू हमें स्वर…
यहाँ पर हिन्दी कवि/ कवयित्री आदर0रिखब चन्द राँका ‘कल्पेश’ के हिंदी कविताओं का संकलन किया गया है . आप कविता बहार शब्दों का श्रृंगार हिंदी कविताओं का संग्रह में लेखक के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा किये हैं .
सरस्वती वन्दना विनती करता हूँ शारदे माता,विद्या का हमको वरदान दे दे।हम झुके तेरे चरणों में निशदिन,तेरा आसरा हम सबको दे दे।विनती---------हर वाणी में सरगम है तेरा ,तू हमें स्वर…
हिन्दी की बिंदी में शान हिन्दी भाषा की बिंदी में शान।तिरंगे के गौरव गाथा की आन।।राजभाषा का ये पाती सम्मान।राष्ट्रभाषा से मेरा भारत महान ।। संस्कृत के मस्तक पर चमके।सिंधी,पंजाबी…
जीवन की डगर कुछ तुम चलो,कुछ हम चलें,जीवन की डगर पर साथ चले।लक्ष्य को पाना है एक दिन,निशदिन समय के साथ चलें।सुख दु:ख के हम सब साथी,अपनत्व प्यार बाँटते चलें।अटल…
वो स्काउट कैम्प है मेरा जहाँ प्रकृति की सुंदर गोदी में स्काउट करता है बसेरावो स्काउट कैम्प है मेराजहाँ सत्य सेवा और निष्ठा का हर पल लगता है फेरावो स्काउट…
नमन हे विश्ववन्दनीय महावीर त्याग और अहिंसा की मूर्ति है महावीर।क्षमा और करूणा का सागर है महावीर।दर्शन ज्ञान चरित्र की ज्योति है महावीर।'रिखब'का नमन हे विश्ववन्दनीय महावीर!राजा सिद्धारथ के घर…
मंज़िल पर कविता सूर्य की मंज़िल अस्ताचल तक,तारों की मंज़िल सूर्योदय तक।नदियों की मंज़िल समुद्र तक,पक्षी की मंज़िल क्षितिज तक। अचल की मंज़िल शिखर तक,पादप की मंज़िल फुनगी तक।कोंपल…
काली कोयल कोयल सुन्दर काली -काली,हरियाले बागों की मतवाली।कुहू-कूहू करती डाली-डाली,आमों के बागों मिसरी घोली। 'चिड़ियों की रानी' कहलाती,पंचमसुर में तुम राग सुनाती।हर मानव के कानों को भाती,मीठी बोली से…
ऋतुराज बसंत ऋतुराज बसंत प्यारी-सी आई,पीले पीले फूलों की बहार छाई।प्रकृति में मनोरम सुंदरता आई,हर जीव जगत के मन को भाई। वसुंधरा ने ओढ़ी पीली चुनरिया,मदन उत्सव की मंगल बधाइयाँ…