इंदौर की कवयित्री सुशी सक्सेना की कविताएं
यहाँ पर इंदौर की कवयित्री सुशी सक्सेना की कविताएं आपके समक्ष प्रस्तुत किये किये जा रहे हैं ये इश्क ये इश्क का ही तो असर है,कि नजर भी जुबां बन जाती है।आपकी तारीफ में कुछ कहूं,तो ग़ज़ल बन जाती है। ये इश्क की इंतहा, नहीं तो क्या है,कि जिस तरफ भी देखती हूं,आपकी सूरत नज़र … Read more