Tag: 14 नवम्बर बाल दिवस पर कविता
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विश्व बाल दिवस पर कविता
विश्व बाल दिवस पर दोहा:- बाल दिवस पर विश्व में,हों जलसे भरपूर!बच्चों का अधिकार है,बचपन क्यों हो दूर!!१ कवि , ऐसा साहित्य रच,बचपन हो साकार!हर…
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राजकिशोर धिरही के बेहतरीन बाल कवितायेँ
बाल दिवस पर बेहतरीन बाल कवितायेँ राजकिशोर धिरही के द्वारा प्रस्तुत किये जा रहे हैं जो आपको बेहद पसंद आयेगी.
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बाल भिक्षुक -आशीष कुमार
प्रस्तुत हिंदी कविता का शीर्षक “बाल भिक्षुक” है जोकि आशीष कुमार मोहनिया, कैमुर, बिहार की रचना है. इसे वर्तमान समाज में दीन हीन अनाथ बच्चों…
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बाल मजदूर पर कविता (लावणी छंद मुक्तक)
बाल मजदूर पर कविता (लावणी छंद मुक्तक) राज, समाज, परायों अपनों, के कर्मो के मारे हैं!घर परिवार से हुये किनारे, फिरते मारे मारे हैं!पेट की…
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ननपन के सुरता (छत्तीसगढ़ी कविता)
ननपन के सुरता (छत्तीसगढ़ी कविता) ➖➖➖➖➖➖रचनाकार-महदीप जंघेलग्राम-खमतराई,खैरागढ़जिला- राजनांदगांव(छ.ग)विधा-छत्तीसगढ़ी कविता पहली के बात, मोर मन ल सुहाथे।ननपन के सुरता मोला अब्बड़ आथे।। होत बिहनिया अंगाकर रोटी…
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अल्हड़ बचपन -मनीभाई नवरत्न (तांका विधा)
बचपन को आधार मानकर लिखी गई मनीभाई नवरत्न की तांका आप के समक्ष प्रस्तुत
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आओं खेलें सब खेल
आओं खेलें सब खेल आओं खेलें सब खेल ।बन जाओ सब रेल।छुक छुक करते जाओ ।सवारी लेते जाओ ।कोई छुट ना जाए ।हमसे रूठ ना…