कमाल का हुनर- विनोद सिल्ला

कमाल का हुनर कमाल का हुनररखती हैं पूरे परिवार का ख्याल सभी परिजनों की पसंद-नापसंदका ख्याल सबकी इच्छा-अनिच्छा का ख्याल इतना सुनियोजित प्रबन्धन कमाल का हुनररखती हैं गृहिणियाँइनके हुनर कासमूचा मूल्यांकन अभी बाकी है   -विनोद सिल्ला© विनोद सिल्‍ला 771/14, गीता कॉलोनी, नज.…

बहुत कठिन है वास्‍तविक होना

बहुत कठिन है वास्‍तविक होना बहुत कठिन हैवास्‍तविक होनाकठिन ही नहींअसंभव हैवास्‍तविक होनावास्‍तविक हमया तो बचपन में होते हैंया अपने जीवनसाथीके पास होते हैंअसल मेंजीवनसाथी के पास भीवास्‍तविक होने मेंबहुत…

कवि होना नहीं है साधारण

कवि होना नहीं है साधारण   नहीं है साधारण कवि होनानहीं है साधारणअपेक्षित हैं उसमेंअसाधारण विशेषताएंमात्र कवि होना हीबहुत बड़ी बात हैलेकिन फिर भीआत्मश्लाघा के मारेलगते हैं नवाजनेखुद को हीराष्ट्रीय…
हाइकु

माधुरी डड़सेना के हाइकु

माधुरी डड़सेना के हाइकु hindi haiku || हिंदी हाइकु 1मौसमी ज्वर-फंदे में झूल रहेप्रेमी युगल 2जलतरंग-सर्प के मुख आतीटर्र ध्वनि 3तांडव नृत्य-घर में तैर रहेसारा सामान 4फटा बादल-घर मे दुबका…
dr bhimrao ambedkar

भीमराव अम्बेडकर पर दोहे

भीमराव रामजी आम्बेडकर (14 अप्रैल, 1891 – 6 दिसंबर, 1956), डॉ॰ बाबासाहब आम्बेडकर नाम से लोकप्रिय, भारतीय बहुज्ञ, विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ, और समाजसुधारक थे।[1] उन्होंने दलित बौद्ध आंदोलन को प्रेरित किया और अछूतों (दलितों) से सामाजिक भेदभाव के विरुद्ध अभियान चलाया था। श्रमिकों, किसानों और महिलाओं के अधिकारों…

शिक्षक दिवस पर कविता

शिक्षक दिवस पर कविता शिक्षक से है ज्ञान प्रकाश ।शिक्षक  से बंधती है आस।शिक्षक में करुणा का वास।जिनके कृपा से चमके अपना ताज।चलो मनाएं , शिक्षक दिवस आज। शिक्षक दिलाते…

9 नवम्बर राष्ट्रीय क़ानूनी साक्षरता दिवस पर कविता

9 नवम्बर राष्ट्रीय क़ानूनी साक्षरता दिवस अन्याय जब हद से बढ़ जाए ,बेईमानी सर पे चढ़ जाए ।समाज में निज मान पाने कोजो अपने हक पे लड़ जाए ।आज है…

16 सितंबर विश्व ओजोन दिन विशेष

16 सितंबर विश्व ओजोन दिन विशेष सूरज है आग का गोला ।जलता है ,बनकर शोला । किरणों में है ,पराबैंगनी ।सबके लिए ,घातक बनी। धन्यभाग, हम मानव का।जो कवच है…

वीरांगना बिलासा बाई वीरगाथा पर दोहे

(वीरांगना बिलासा बाई निषाद की वीर गाथा,जिसके नाम से छ.ग. के सुप्रसिद्ध शहर-बिलासपुर का नाम पड़ा)(जनश्रुति के अनुसार) वीरांगना बिलासा बाई वीरगाथा पर दोहे बहुत समय की बात है,वही रतनपुर…