नर्स दिवस पर कविता: सेवाभावी परिचारिका – महदीप जंघेल

यदि डॉक्टर भगवान का रूप है, तो नर्स भी देवी का रूप है। जो हर पल मां के समान मरीजों की देखभाल करती है। उनको मेरा सादर प्रणाम

रिश्तों का ख़ून – 15 मई विश्व परिवार दिवस विशेष कविता

ख़ून के रिश्ते सम्भालो, रिश्तों का ना ख़ून करो।। परिवार - सिर्फ पति-पत्नी और एक-दो बच्चों से ही नहीं बल्कि परिवार पूरा खानदान होता है। हमारे खून के रिश्ते ही मिलकर एक परिवार बनता है - राकेश सक्सेना