बस यही दासतां हमारी है
बस यही दासतां हमारी है
बस यही दासतां हमारी है
प्रकृति पर कविता सप्त सुरीला संगीत है , प्रकृति का हर तत्व । सजा देता यह जीवन राग, भर देता है महत्त्व। एक एक सुर का अपना ,अलग ही अंदाज है । समझना तो पड़ेगा हमें ,अब तो इसका महत्व ।। समय आने पर सब कुछ जता देती है ये हमें कहीं गुना ज्यादा राज … Read more
बापू पर कविता ये राष्ट्र सदा ऋणी रहेगा,बापू तेरे उपकार का।तू लाल भारत भूमि का,आदर्श बना संसार का।। वृद्ध वयस और दुर्बल काया,कोई ऐसी तो बात थी।हुंकार भरा जब-जब तूने,जनता तेरे साथ थी।नाव बनाया जनसमूह का,तू उसका पतवार था।तू लाल भारत भूमि का,आदर्श बना संसार का।। सत्य को अस्त्र बनाया तूने,अहिंसा तेरा शस्त्र बना।ऐसी क्या … Read more
लक्ष्मी माता की आरती ॐ जय लक्ष्मी माता, मैया जय लक्ष्मी माता।तुमको निस दिन सेवत हर-विष्णु-धाता॥ ॐ जय… उमा, रमा, ब्रह्माणी, तुम ही जग-माता।सूर्य-चन्द्रमा ध्यावत, नारद ऋषि गाता॥ ॐ जय… तुम पाताल-निरंजनि, सुख-सम्पत्ति-दाता।जो कोई तुमको ध्यावत, ऋद्धि-सिद्धि-धन पाता॥ ॐ जय… तुम पाताल-निवासिनि, तुम ही शुभदाता।कर्म-प्रभाव-प्रकाशिनि, भवनिधि की त्राता॥ ॐ जय… जिस घर तुम रहती, तहं … Read more
देश को एकता के सूत्र में बांधे हिंदी देश को एकता के सूत्र में बांधे हिंदी।भारत के भाल की सुंदर सी सजी बिंदी।हिंदी केवल एक भाषा ही नहीं।राष्ट्र का गौरव गान है हमारी हिंदी।1।दिलों को जोड़े ऐसी सरल भाषा है हिंदी।हर हिंदुस्तानी की गर्व की अभिलाषा भाषा है हिंदी।इतना होते हुए भी ये कैसी बिडम्बना … Read more