भगवान पर कविता

भगवान पर कविता: किसी भी धर्म में खास कर के हिन्दू धर्म में भगवानो पर बढ़ी आस्था रखी जाती है और इन भगवानो पर वे बहुत ज्यदा विस्वास रखते है और इस आस्था को बनाये रखे कविता बहार आप के लिए कुछ कविताएँ बताती है जो इस प्रकार है. भगवान पर कविता शब्दों से परे … Read more

भूख पर कविता

भूख पर कविताएं कविता 1. भूख केवल रोटी और भात नहीं खातीवह नदियों पहाड़ों खदानों और आदमियों को भी खा जाती हैभौतिक संसाधनों से परेसारे रिश्तों और सारी नैतिकताओं को भी बड़ी आसानी से पचा लेती है भूख। भूख की कोई जाति कोई धर्म नहीं होतावह सभी जाति सभी धर्म वालों को समान भाव से … Read more

देश पर कविता

 दक्षिण एशिया में स्थित भारतीय उपमहाद्वीप का सबसे बड़ा देश है। भारत भौगोलिक दृष्टि से विश्व का सातवाँ सबसे बड़ा देश है, जबकि जनसंख्या के दृष्टिकोण से चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा देश है। हमारा देश किसानों का देश,अरमानों का देश,गरीबी से त्रस्तजवानों का देश,बेरोजगारी सुरसाहै मुह बाये,हुक्मरानों कोकौन बताये,सेना की भर्तियों में जाते हैं ग़रीब,कब कहां सेना मेंजाते हैं अमीर,किसी ने कभी देखा है,या … Read more

भाई दूज पर कविताएँ

भाई दूज पर कविताएँ : रक्षा बन्धन एक महत्वपूर्ण पर्व है। श्रावण पूर्णिमा के दिन बहनें अपने भाइयों को रक्षा सूत्र बांधती हैं। यह ‘रक्षासूत्र’ मात्र धागे का एक टुकड़ा नहीं होता है, बल्कि इसकी महिमा अपरम्पार होती है। कहा जाता है कि एक बार युधिष्ठिर ने सांसारिक संकटों से मुक्ति के लिये भगवान कृष्ण … Read more

चेतना आधारित कविता

चेतना आधारित कविता वह  चेतन  निर्द्वन्द  है अद्भुत  निर्विकार  हैसारे विकार  मनजनित कल्पित संस्कार है ।आत्म सत्ता है सर्वोपरि  बोधक है  सदगुरु ,भ्रम  भेद  भय भटकाता अतुल भवभार है ।जो है अजर जो है अमर सर्वदा त्रयकाल है ,इस जीव जगत का सर्वत्र मात्र एक दातार है।संयोग  वियोग दुख  सुख से है परे प्राणधन ,जग … Read more