नन्हे मुन्ने सैनिक हम

नन्हे मुन्ने सैनिक हम बाल कविता पी-पी पी-पी डर-डर-डम,नन्हे मुन्ने सैनिक हम।छोटी-सी है फौज हमारी,पर उसमें है ताकत भारी।बड़ी-बड़ी फौजें झुक जाती,जब ये अपना जोर दिखाती।पी-पी पी-पी डर-डर-डम,नन्हे-मुन्ने सैनिक हम।
mother their kids

मां पर बाल कविता

मां पर बाल कविता बाल कविता अम्माँ करती कितना काम।चाहे सुबह हो चाहे शाम ॥कुछ न कुछ करती ही रहती।सारे घर का बोझा सहती ॥नहीं उसे मिलता आराम।अम्माँ करती कितना…

चुन्नू-मुन्नू दोनों भाई

चुन्नू-मुन्नू दोनों भाई बाल कविता चुन्नु मुन्नु दोनों भाई,रसगुल्ले पर हुई लड़ाई।चुन्नू बोला मैं भी लूँगामुन्नू बोला मैं भी लूँगा।इतने में ही दीदी आई,दीदी ने दो चपत लगाई।ऐसा झगड़ा कभी…

शानदार बाल कवितायेँ

शानदार बाल कवितायेँ बाल कविता ताता थैयामोड़ा नाचे, हाथी नाचे, नाचे सोन चिरैया।किलक-किलक कर बंदर नाचे, ताता-ताता देया॥ठुमक ठुमक कर खरहा नाचे, ऊँट, मेमना गया।आ पहुँचा जब शेर नाचने, मची…

हाथी पर कविता

हाथी पर कविता:- हाथी आता झूम के बाल कविता हाथी आता झूम के,धरती मिट्टी चूम के,कान हिलाता पंखे जैसा,देखो मोटा ऊँचा कैसा ?सूँड हिलाता आता है,गन्ना पत्ती खाता है।हाथी के…

चिड़िया पर बाल कविता

चिड़िया पर बाल कविता बाल कविता रंग-बिरंगी, प्यारी चिड़ियासुंदर-सुंदर न्यारी चिड़ियाउड़ती क्यारी-क्यारी चिड़ियालगती बड़ी दुलारी चिड़िया ॥
jivan doha

जब भी कभी हम खुले आसमाँ बैठते है/दीपक राज़

कविता संग्रह जब भी कभी हम खुले आसमाँ बैठते है /दीपक राज़ जब भी कभी हम खुले आसमाँ बैठते हैज़मीं से भी होती है ताल्लुक़ात जहाँ बैठते है ये जो…

वन दुर्दशा पर हिंदी कविता

वन दुर्दशा पर हिंदी कविता poem on trees अब ना वो वन हैना वन की स्निग्ध छायाजहाँ बैठकर विक्रांत मनशांत हो जाता थाजहाँ वन्य जीव करती थी अटखेलियाँजहाँ हिरनों का…

सुरों की मल्लिका लता जी – जगदीश कौर

सुरों की मल्लिका लता जी- जगदीश कौर कविता संग्रह कहाँ गई वो सुरों की मल्लिकाकहाँ गई वो मधुर सी कोकिलाजिसके सुरों के जादू से सारा हिंदूस्तां था फूलों सा खिला।छेड़ती…