बस कर भगवन / शिवराज सिंह चौहान

बस कर भगवन / शिवराज सिंह चौहान

बस कर भगवन / शिवराज सिंह चौहान*लापरवाही इक बड़ी,*                           *बनकर आई काल।**पल में प्रलय हो गई,*                          *छीने बाल गोपाल।।*लाड प्यार तैयार कर,                               देकर बस्ता, भोज। दादा दादी मात पिता,…
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विश्व रंगमंच दिवस के अवसर पर एक कविता

इस कविता के माध्यम से हम सभी विश्व रंगमंच दिवस के महत्व को समझते हैं और इस उत्सव के महत्व को मनाते हैं, जो संस्कृति, कला, और समाज को एकसाथ…
नन्हा मुन्ना राही हूँ देश का सिपाही हूँ बाल गीत

नन्हा मुन्ना राही हूँ देश का सिपाही हूँ बाल गीत

"नन्हा मुन्ना राही हूँ, देश का सिपाही हूँ" यह एक प्रसिद्ध हिंदी बाल गीत है जो बच्चों के बीच प्रसिद्ध है। यह गीत देशभक्ति की भावना को उत्तेजित करता है…
वेतन पर कविता / स्वपन बोस “बेगाना”

वेतन पर कविता / स्वपन बोस “बेगाना”

वेतन पर कविता कर्म करों फल मिलेगा मेहनत तो महिना भर हों गया, फिर वेतन कब मिलेगा ।सूनों सहाब डालोगे वेतन,समय पर तभी तो फिर कर्म का सुंदर फूल खिलेगा।…
पतझड़ और बहार/ राजकुमार 'मसखरे'

पतझड़ और बहार/ राजकुमार ‘मसखरे’

पतझड़ और बहार/ राजकुमार 'मसखरे' पतझड़ और बहार/ राजकुमार 'मसखरे' ये  घुप अंधेरी  रातों मेंधरा को  जगमग करने दीवाली आती जो जगमगाती !सूखते,झरते पतझड़ मेंशुष्क  जीवन  को रंगनेवो होली में…
पशु-पक्षियों की करुण पुकार

पशु-पक्षियों की करुण पुकार

पशु-पक्षी हमारे मित्र होते है। उन्हें प्यार,दुलार देना एवं उनकी सुरक्षा हमारी जिम्मेदारी है । लेकिन हम मनुष्य अपने स्वार्थ के लिए उन्हें मार देते है।हमे ये नही भूलना चाहिए कि पर्यावरण का संतुलन बनाने में उनका अहम योगदान होता है।यदि उनकी क्षति होती है ,तो हम भी नही बच पाएंगे। इस कविता के माध्यम से मूक प्राणियों की करुण पुकार है।
छत्तीसगढ़ शासकीय भवनों के नाम

छत्तीसगढ़ शासकीय भवनों के नाम

छत्तीसगढ़ शासकीय भवनों के नाम ये नाम छत्तीसगढ़ी हरे हैं ।है स्वाद मीठे रस से भरे हैं ।।जानो सभा आज विधान के हैं ।देवी " मिनीमातु " सियान से हैं…
1मार्च शून्य भेदभाव दिवस पर कविता

1मार्च शून्य भेदभाव दिवस पर कविता / मनीभाई नवरत्न

1मार्च शून्य भेदभाव दिवस पर कविता / मनीभाई नवरत्न शून्य भेदभाव दिवस पर, हम एक हो जाएँ ,पूरा विश्व एकजुट, सुबह के सूरज के नीचे।करते हैं आवाज़ बुलंद और स्पष्ट…
छत्तीसगढ़ कविता

कविता : छत्तीसगढ़ के धरना का इतिहास पर चौपाई / आशा आज़ाद

कविता : छत्तीसगढ़ के धरना का इतिहास पर चौपाई / आशा आज़ाद  छत्तीसगढ़ कविता सन् 1995 से पृथक राज्य अखंड धरना आंदोलन प्रारंभ  आज सुनाऊँ सुनलो गाथा।सुनकर झुक जाता है…
JALATI DHARATI

जलती धरती / भावना मोहन विधानी

जलती धरती / भावना मोहन विधानी वृक्ष होते हैं धरती का सुंदर गहना,हरियाली के रूप में धरा ने इसे पहनाहरे भरे वृक्षों को काट दिया मनुष्य ने,मनुष्य की क्रूरता का…