शबरी पर कविता/ सौदामिनी खरे दामिनी

shabri

शबरी पर कविता/ सौदामिनी खरे दामिनी शबरी सी भक्ति मिले,जीवन सुगम चले,प्रभु के आशीष तले,होवे नवल विहान। यह भीलनी साधना,रही निष्काम भावना,कठिनाई से सामना,गुरु वचनों को मान। लोभ मोह छोड़कर,भक्ति भाव जोड़ कर,राम नाम बोल कर,लगाया प्रभु से ध्यान। मीठे…

विकलांग नहीं दिव्यांग है हम

3 दिसम्बर दिव्यांग दिवस :- पर सभी दिव्यांग जनों को सादर समर्पित विकलांग नहीं दिव्यांग है हम आँखे अँधी है, कान है बहरे ,हाथ पांव भी भले विकल ।वाणी-बुद्धि में बनी दुर्बलता ,विश्वास-हौसला सदा अटल । अक्षमताओं से क्षमता पैदा…

लागी छूटे ना अब तो सनम लिरिक्स

purane geet old song kavita bahar

Song Credits:Song Title/गाना: लागी छूटे ना अब तो सनम Laagi Chhute Na Ab To SanamMovie/चित्रपट: काली टोपी लाल रुमाल Kali Topi Lal Rumal (Year-1959)Singer/गायक: मुहम्मद रफ़ी Mohammed Rafi, लता मंगेशकर Lata MangeshkarMusic Director/संगीतकार: चित्रगुप्त श्रीवास्तवा Chitragupta ShrivastavaLyrics Writer/गीतकार: मजरूह सुल्तानपुरी Majrooh…

राम अयोध्या आते है /डॉ एन के सेठी

Jai Sri Ram kavitabahar

राम/श्रीराम/श्रीरामचन्द्र, रामायण के अनुसार,रानी कौशल्या के सबसे बड़े पुत्र, सीता के पति व लक्ष्मण, भरत तथा शत्रुघ्न के भ्राता थे। हनुमान उनके परम भक्त है। लंका के राजा रावण का वध उन्होंने ही किया था। उनकी प्रतिष्ठा मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में है क्योंकि उन्होंने मर्यादा के पालन के लिए राज्य, मित्र, माता-पिता तक का त्याग किया। राम अयोध्या…

महापर्व संक्रांति / रवि रश्मि ‘ अनुभूति ‘

patang subh makar sankranti

महापर्व संक्रांति / रवि रश्मि ‘ अनुभूति ‘ मधुर – मृदु बोल संक्रांति पर , तिल – गुड़ – लड्डू के खाओमिलजुलकर सभी प्रेम – प्यार , समता , सौहार्द बढ़ाओमहापर्व संक्रांति लाए सदा , खुशहाली चहुँ ओर ,पतंग उड़ाओ…

कागजी तितली / डी कुमार –अजस्र

patang subh makar sankranti

कागजी तितली / डी कुमार –अजस्र ठिठुरन सी लगे ,सुबह के हल्के रंग रंग में ।जकड़न भी जैसे लगे ,देह के हर इक अंग में ।। उड़ती सी लगे,धड़कन आज आकाश में।डोर भी है हाथ में,हवा भी है आज साथ…

राम आएँगे गीत कविता हिंदी में

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राम आएँगे गीत कविता हिंदी में (Ram Aayenge Lyrics In Hindi) मेरी झोपड़ी के भाग,आज जाग जाएंगे,राम आएँगे,राम आएँगे आएँगे,राम आएँगे,मेरी झोपडी के भाग,आज जाग जाएंगे,राम आएँगे ॥ राम आएँगे तो,आंगना सजाऊँगी,दिप जलाके,दिवाली मनाऊँगी,मेरे जन्मो के सारे,पाप मिट जाएंगे,राम आएँगे,मेरी…

अनुराग राम का पाने को/ हरिश्चन्द्र त्रिपाठी’ हरीश

Jai Sri Ram kavitabahar

अनुराग राम का पाने को/ हरिश्चन्द्र त्रिपाठी’ हरीश; अनुराग राम का पाने को,उर पावन सहज प्रफुल्लित है।कण-कण में उल्लास भरा,जन -जीवन अति आनन्दित है।टेक। बर्बरता की धुली कालिमा,सपनों के अंकुर फूटे,स्वच्छ विचारों के प्रहार से,दुर्दिन के मानक टूटे।नाच रहीं खुशियॉ…

श्री राम को प्रणाम है/ डाॅ विजय कुमार कन्नौजे

Jai Sri Ram kavitabahar

श्री राम को प्रणाम है/ डाॅ विजय कुमार कन्नौजे धीर वीर श्री राम कोकोटि-कोटि प्रणाम है।कौशल्या के लालदशरथ कुमार है।संत हितकारी परदुष्टों का काल है।। वही प्रभु श्री राम को कोटि-कोटि प्रणाम है ।। निर्गुण निराकार परधरती में अवतार है।दशरथ…

खिचड़ी भाषा त्याग कर / डाॅ विजय कुमार कन्नौजे

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खिचड़ी भाषा त्याग कर खिचड़ी भाषा त्याग करसाहित्य कीजिए लेख।निज जननी को नमन करोकहे कवि विजय लेख।। हिन्दी साहित्य इतिहास मेंखिचड़ी भाषा कर परहेज।इंग्लिश शब्द को न डालिएहिन्दी वाणी का है संदेश।। हिन्दी स्वयं में सामर्थ्य हैहर शब्दों का उल्लेख।हर…

रसायन चुर्ण हिन्दी/ डाॅ विजय कुमार कन्नौजे

रसायन चुर्ण हिन्दी हिन्दी शब्दकोश खंगालकरशब्द चयन कर साथ।शब्दकोश का भंडार पड़ा हैज्ञानार्जन दीजिए बाट।। हिन्दी कोष महासागर हैपाते हैं गोता खोर।तैर सको तो तैर सागर को गहरा है अति घोर।। डुबकी लगाये अंदर जावेंगोता लगावें, गोता खोर।आसमान सा ऊपर…

राम को माने राम का नही/राजकुमार ‘मसखरे’

Jai Sri Ram kavitabahar

राम को माने,राम का नही (राम की प्रकृति पूजा) ओ मेरे प्रभु वनवासी रामआ जाओ अपनी धराधाम,चौदह वर्ष तक पितृवचन मेंवन-वन विचरे बिना विराम! निषाद राज गंगा पार करायेकंदमूल खाकर सरिता नहाए,असुरों को राम ख़ूब संहारेऋषिमुनियों को जो थे सताए…