हिन्दी का शृंगार

हिन्दी का शृंगार आ सजनी संग बैठआज तुझे शृंगार दूँमेरी प्रिय सखी हिंदीमैं तुझको संवार दूँ । कुंतिल अलकों के बीचऊषा की सजा कर लालिमा,मुकलित कलियों की वेणीजूड़े के ऊपर टांग दूँ।आ सजनी..। ईश वंदन बेंदी शीशफूलपावन स्तुतियों के कर्ण फूल,अरुण बिंदु सजा भालगहन तम का अंजन सार दूँ।आ सजनी..।नथनी पे सजा दूँ तेरेसद्भावों के … Read more

हिन्दी हमारी जान है

हिन्दी हमारी जान है हिन्दी हैं हम..हिन्दी हमारी जान है, हम सबकी जुबान है !! रग-रग में बहता लहू ही है, ये हर हृदय की तान है!! हिन्दी हैं हम..हिन्दी हमारी जान है!! अपने में समाहित कर लेगी..हो शब्द किसी..भाषा का कोई..समरस भाव से स्वीकारे…अपनी संतान को ज्यों माता कोई! यही हमारी मान है …ये … Read more

हिन्दी हमारी शान

हिन्दी हमारी शान हिन्दी न केवल बोली भाषा,                         ये हमारी शान है।मातृभाषा  है  हमारी,                           ये बड़ी महान है।।……..चमकते तारे आसमां के ,                           हैं भारत के वासी हम।कोई चंद्र है कोई रवि,                          कोई यहां भी है न कम।।आसमां बनकर सदा,                            हिन्दी मेरी पहचान है।हिन्दी न केवल बोली भाषा ,                           ये … Read more

इंसान हो तो सदा सदकर्म करो

इंसान हो तो सदा सदकर्म करो इंसान हो तो सदा सदकर्म करो या चुल्लू भर पानी में डूब मरो चार दिन की चटक चाँदनी फिर तो अंधेरी रात हैये जीवन अभिनय मंच हैकुछ नहीं  संग में जात है साँसे मिली है गिनती में कभी इसे ना ब्यर्थ करो  मुठ्ठी बाँध आए जग में बस हाथ … Read more

जय हो तेरी बाँके बिहारी

जय हो तेरी बाँके बिहारी माँखन तुमने बहुत चुराए, बांसुरी तुमने बहुत बजाए,गोपियों को तुम बहुत सताए,माँ को उलहन बहुत सुनाए,ऐसी लीला करके गिरधर, पावन कर दीए धरा हमारी, जाऊँ मैं तुझपे बलिहारी,जय हो तेरी बाँके बिहारी ।।        बचपन में पुतना को मारे,       कालिया नाग को भी उद्धारे       अमिट कर दीए सुदामा की मित्रता, … Read more