जरूरी था(अटलजी की स्मृति में) – बाबू लाल शर्मा “बौहरा”( jaruri tha )
#poetryinhindi,#hindikavita, #hindipoem, #kavitabahar
*जरूरी था*
.
ध्रुवकवि,काव्य कुलों में भूषण,
देश हितैष वह युग पुरुष,
का आना बहुत जरूरी था,
महानायक विश्व पटल हेतु,
दैव हितों में महा पुरुष का,
फिर जाना और जरूरी था।
??
हे जननायक राष्ट्रपूत प्रिय,
पावन भारत भू आँचल।
कोटि कोटि जन मन के हित,
तुम्ही अडिग महा हिमाचल।
राष्ट्र एकता रखने खातिर,
जब वातावरण सरूरी था,
तब आना बहुत जरूरी था।
??
हे अटल बिहारी वाजपयी,
भारत माँ के महा पूत।
जब मातृभूमि बंदिश में थी,
सहती अत्याचार अकूत।
उन छालों को सहलाने को,
तेरा जनम जरूरी था,
तब आना बहुत जरूरी था।
??
अंग्रेजों का प्रबल जोर था,
संघर्षण का कठिन दौर ।
जागा भारत जागी जनता,
आजादी का नवल बौर।
सरकारों के सबल शोर में,
सहज विपक्ष जरूरी था,
तब आना बहुत जरूरी था।
??
शासन सरकार ताजपोशी,
नेताओं में मदहोंशी।
दल दलदल बनके खदक रहे,
कौन दिखाए सत होशी।
निर अंकुश पर अंकुश रखने,
प्रबल विरोध जरूरी था,
तब आना बहुत जरूरी था।
??
सरकारों की ना इंसाफी,
दलीय फूट फुटैय्या काफी।
राजधर्म की कठिन घड़ी में,
जनता धीरज खो हाँफी।
जनगण मन के सत जनमत से,
कंटक ताज जरूरी था,
तब आना बहुत जरूरी था।
??
षडयंत्र विदेशी नित होते,
सीमाई तनाव सतत होते।
भारतरत्न का फर्ज निभाना,
ध्रुव धैर्य कभी न थे खोते।
विश्व मंच चढ़ जाने खातिर,
परमाणु बम जरूरी था,
तब आना बहुत जरूरी था।
??
करगिल घाटी जब सुलगी थी,
रक्त हिना नित सजती थी।
भारत रत्न हूँकार उठे,
सेना भी हमारी सजती थी।
करगिल विजयी के संगत ही,
अरि पर खौफ जरूरी था,
तब आना बहुत जरूरी था।
??
जीवन समर समर्पित करना,
देश के अपने धार में चलना।
तूफानों से क्यों घबराएँ,
सतत राष्ट्र चिंतन रत रहना।
जब समय नजाकत चिन्हित हो,
दम दिखलाना जरूरी था,
तब आना बहुत जरूरी था।
??
धरती पे अटल वे कहलाएँ,
अटलध्रुवीय पटल पर छाए।
सत कर्मो सद व्यवहारो़ंं से,
अटल ध्रुव गगन पा जाए।
छितिजलपावकगगनसमीरा,
जीर्ण महल जब हुये शरीरा।
फिर मौसम खूब सरूरी था,
तब जाना बहुत जरूरी था।
??
अब भी तो फर्ज सिखाने है,
जब स्वर्गिक बने ठिकाने है।
भावि जन्म की तैयारी कर,
भावि स्नेह निभाने है।
अटल जो कदम गरूरी था।
धाम जब परम जरूरी था।
तब जाना बहुत जरूरी था।
यह गाना बहुत जरूरी था।
यह गाना बहुत जरूरी था।
बाबू लाल शर्मा “बौहरा”सिकंदरा,303326 दौसा,राजस्थान, 9782924479
इस पोस्ट को like करें (function(d,e,s){if(d.getElementById(“likebtn_wjs”))return;a=d.createElement(e);m=d.getElementsByTagName(e)[0];a.async=1;a.id=”likebtn_wjs”;a.src=s;m.parentNode.insertBefore(a, m)})(document,”script”,”//w.likebtn.com/js/w/widget.js”);
Comments are closed, but trackbacks and pingbacks are open.