माँ पर दोहे- राजकिशोर धिरही

mother their kids

यहाँ माँ पर हिंदी कविता लिखी गयी है .माँ वह है जो हमें जन्म देने के साथ ही हमारा लालन-पालन भी करती हैं। माँ के इस रिश्तें को दुनियां में सबसे ज्यादा सम्मान दिया जाता है। माँ पर दोहे असली माँ जो जन्म दे,बड़ा करे हर हाल।उनकी सेवा रोज हो,खूब सजा कर थाल।। शिशु को … Read more

विश्वास की परिभाषा – वर्षा जैन “प्रखर”

विश्वास की परिभाषा विश्वास एक पिता का कन्यादान करे पिता, दे हाथों में हाथयह विश्वास रहे सदा,सुखी मेरी संतान। योग्य वर सुंदर घर द्वार, महके घर संसारबना रहे विश्वास सदा, जग वालों लो जान। विश्वास एक बच्चे का पिता की बाहों में खेलता, वह निर्बाध निश्चिंतउसे गिरने नहीं देंगे वह, यह उसे स्मृत। पिता के प्रति बंधी … Read more

आदि भवानी-रामनाथ साहू ” ननकी ”                  

दुर्गा या आदिशक्ति हिन्दुओं की प्रमुख देवी मानी जाती हैं जिन्हें माता, देवी, शक्ति, आध्या शक्ति, भगवती, माता रानी, जगत जननी जग्दम्बा, परमेश्वरी, परम सनातनी देवी आदि नामों से भी जाना जाता हैं।शाक्त सम्प्रदाय की वह मुख्य देवी हैं। दुर्गा को आदि शक्ति, परम भगवती परब्रह्म बताया गया है। आदि भवानी नवदुर्गा नव रूप है ,                … Read more

अमित अनुभूति के दोहे

अमित अनुभूति के दोहे लिखने वाला लिख गया, उल्टे सीधे छंद।बिना पढ़े कहते सभी, रचना बहुत पसंद।~1 कविता लेखन थोक में, मनमर्जी के संग।शब्द शिल्प आहत हुए, भाव बड़ा बेढंग।~2 सृजनहार समृद्ध कहाँ, सुलझे नहीं विचार।कविताई  के नाम पर, करता  है  व्यापार।~3 तुकबंदी करता फिरे, जीवन भर षटमार।यत्र-तत्र छपने लगा, बनके रचनाकार।~4 नालायक नायक बना, … Read more

सुलोचना परमार उत्तरांचली की कविता

सुलोचना परमार उत्तरांचली की कविता तो मैं क्या करूँ ? आज आसमाँ भी रोया मेरे हाल परऔर अश्कों से दामन भिगोता रहा,वो तो पहलू से दिल मेरा लेकर गयेऔर मुड़कर न देखा तो मैं क्या करूँ ? उनकी यादें छमाछम बरसती रहींमन के आंगन को मेरे भिगोती रहींखून बनकर गिरे अश्क रुख़सार पर,कोई पोंछे न … Read more