श्रृंखलाएँ – रामनाथ साहू ननकी
श्रृंखलाएँ – रामनाथ साहू ननकी हे काव्य कामिनी ,तुम ही मेरी ताकत हो ।नूर इलाही दावत हो ।।अल्लाह खुशी सरगम सीसुब्हो शाम इबादत हो ।। हे चित्त स्वामिनी ,छंद प्रीत की पदावली ।सदा सुगंधित एक कली ।।कमलिनी गंध स्वर्गिक सुख ,प्रेमिल नयी भावाँजली ।। हे भव्य भामिनी ,हर अंक पृष्ठ पर होते ।प्रणयी उर्वरता बोते … Read more