Month January 2022

राष्ट्र ध्वज वंदना – पं.शिवम् शर्मा

राष्ट्र ध्वज वंदना – पं.शिवम् शर्मा हे गौरव प्रमाण राष्ट्र ध्वजतुम्हे साष्टांग नमन,तेरे ही क्षत्र छाया में बना चमन सारा वतन…. हे अभिमान सूचक,हे कीर्ति वर्धक,तुम्हे कोटि कोटि अभिनन्दन….. करके स्पर्श तेरा ही,पुलकित हो उठे पवन ,देख कर शौर्य रूप…

संविधान पर कुंडलियाँ- डिजेन्द्र कुर्रे

संविधान पर कुंडलियाँ- डिजेन्द्र कुर्रे साधक थे संविधान के,रचकर नव इतिहास।संविधान के नाम से,जाहिर जिनका नाम। जाहिर जिनका नाम,हिंद ही सब कुछ माने।बढ़े देश का मान ,मर्म यह ही पहचाने । कह डिजेन्द्र करजोरि,नहीं अब कोई बाधक।देश किया मजबूत,भारती का…

बेटी (चौपाईयाँ) – डॉ एन के सेठी

बेटी (चौपाईयाँ) – डॉ एन के सेठी बेटी करती घर उजियारा।दूर करे जग काअँधियारा।।बेटी होती सबकी प्यारी।लगती है सबसे ही न्यारी।। सृष्टा की सुंदर सृष्टी है।करती खुशियों की वृष्टी है।।बेटी घर को पावन करती।घर पूरा खुशियों से भरती।। बेटी आन…

अमल करें- रामनाथ साहू ” ननकी “

अमल करें- रामनाथ साहू ” ननकी “ सरल करें ।आओ बुनियादी बातों पर , अमल करें ।। जीवन वृत प्रमेय अनसुलझा , सफल करें ।अभी अभिक्षमता सुदृढ बने , अचल करें ।। चित चंचलता संयम निष्ठा , महल करें ।आदर्शों…

सुभाष चंद्र बोस – उपेन्द्र सक्सेना

आजादी के महानायक नेता जी सुभाष चंद्र बोस जी की जयंती (23 जनवरी) पर उपमेंद्र सक्सेना एडवोकेट थे सुभाष जी मन के सच्चे, सबने उनको इतना माना।नेताजी के रूप में उन्हें, सारी दुनिया ने पहचाना।। सन् अट्ठारह सौ सतानवे, में…

सुभाष चंद्र बोस – डॉ एन के सेठी

सुभाष चंद्र बोस – डॉ एन के सेठी आजादी के नायक थेमातृभू उन्नायक थेजीवन अर्पण कियाऐसे त्यागी वीर थे।। भारत माँ हुई धन्यदेशभक्ति थी अनन्यजयहिन्द किया घोषकर्मयोगी वीर थे।। त्याग दिया घर बारकिया वतन को प्यारशत्रु के लिए सदा वोतेज…

शादी की सालगिरह – सुधीर श्रीवास्तव

शादी की सालगिरह  – सुधीर श्रीवास्तव आइए!मुझे मुबारकबाद दीजियेमगर मुझे छोड़ियेमेरी श्रीमती को ही यह उपहार दीजिये जिसनें मुझे झेला है,मेरी बात न कीजियेउसका जीवन जैसे नीम करेला है। शादी का लड्डू मुझे बहुत भायापर श्रीमती जी का शुगर लेवलअचानक…

हास्य कविता-शादी की सालगिरह

हास्य कविता-शादी की सालगिरह आते ही शादी की सालगिरहपत्नी जी मुस्काईकहने लगीमेरे हमसफर आपको बधाई पति महोदय बधाई पाकरसर खुजाने लगेझंडू बाम सर में लगाने लगे पत्नी बोलीख़ुशी के दिन आपको भलाक्या हो जाता हैबधाई देने परसर दर्द उमड़ आता…

दीपक पर कविता

दीपक पर कविता दीया जलाएं- सुरंजना पाण्डेय माना कि चहुँओर घोर तमस हैअन्धियारा घना छाया बहुत हैं। पर दीया जलाना कब मना हैआईए हम मन में विश्वास काएक दीया तो ऐसे जलाएं। हम सब हर दिन कुछ ऐसे बिताएं खुशियों…

छेरछेरा तिहार के सुग्घर कविता

छेरछेरा तिहार के सुग्घर कविता छेरछेरा – अनिल कुमार वर्मा होत बिहनिया झोला धरके,सबो दुआरी जाबो।छेरछेरा के दान ल पाके,जुरमिल मजा उड़ाबो।।फुटगे कोठी बोरा उतरगे, सूपा पसर ले मुठा उतरगे। नवा जमाना आगे संगी, मुर्रा लाडू कहाँ पाबो।छेरछेरा के दान…