राम पर कविता
राम पर कविता
पूरा कर वनवास सिय संग,
राम अयोध्या आते है।
भ्राता लखन साथ में उनके
अनुपम शोभा पाते हैं।।
हुई अयोध्या भी सनाथ थी
रामसिया के आने से।
चारों भाई एक साथ थे
वन से फिरआ जाने से।।
थी धरती की शोभा वे सब
देख सभी हर्षाते थे।
लंका जीत अवध में आकर
राजा राम कहाते थे।।
वन में जाकर श्रीराम ने,
दानव मार गिराए थे।
नारी को सम्मान दिलाने
धनु भी हाथ उठाए थे।।
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अतुलित बलशाली शूरवीर
उनकी शोभा न्यारी थी।
जन जन के मन मे बसी हुई
सूरत सबको प्यारी थी।।
©डॉ एन के सेठी