Send your poems to 9340373299

अयोध्या की दीपावली – आशीष कुमार

प्रस्तुत हिंदी कविता का शीर्षक “अयोध्या की दीपावली” है जो कि आशीष कुमार, मोहनिया, बिहार की रचना है इसे प्रभु राम के 14 वर्षों बाद अयोध्या आगमन पर मनाए जाने वाले प्रकाश पर्व दीपावली को आधार मानकर रचा गया है

0 118

अयोध्या की दीपावली – आशीष कुमार

चौदह वर्षों बाद
हो रहा आगमन
राम लक्ष्मण संग
जानकी का होगा अभिनंदन

सज रही अनुपम
अयोध्या नगरी
जैसे सजती कोई
अप्सरा सुंदरी

भव्य साज-सज्जा
रंग रोगन से परिपूर्ण
फीकी पड़ी इंद्रपुरी अमरावती
अयोध्या हुई अर्थ पूर्ण

अंदर बाहर और
आंगन सहित द्वार पर
बना दी बालाओं ने
रंगोलियां शुभ अवसर पर

CLICK & SUPPORT

कार्तिक मास है
रात्रि अमावस्या की
घड़ी समाप्त हो रही
वर्षों की तपस्या की

सुदूर आकाश मार्ग से
उतरा पुष्पक विमान
धन्य धन्य हुई अयोध्या नगरी
पधारे हैं भगवान

दर्शन की अभिलाषा में
बिछे हैं नयन
हाथ में पुष्प थाल
मन में श्रद्धा सुमन

घर-द्वार आंगन
कुटिया महल अट्टालिकाएं
झिलमिल झिलमिल जगमग जगमग
अयोध्यावासी घी के दीप जलाएं

दीप की लड़ियां चहुओर
संदेश अंधकार से प्रकाश की ओर
दीपावली पर्व मनाते तभी से
प्रतिवर्ष श्रद्धा भक्ति से हो भाव विभोर

-आशीष कुमार

Leave A Reply

Your email address will not be published.