चिरनिन्द्रा-विनोद सिल्ला

चिरनिन्द्रा

जीत कर चुनाव
हमारे राजनेता
सो जाते हैं चिरनिंद्रा में
चार वर्ष बाद
चुनावी वर्ष में ही
खुलती है इनकी जाग
जागते ही
लग जाते हैं फिर से
साम-दाम-दण्ड-भेद
आजमाने में

छल-बल करके
जीत जाते हैं पुन: चुनाव
उठाते हैं फायदा
आम जनमानस की
चिरनिन्द्रा का

जाने यह चिरनिन्द्रा
कब खुलेगी ?

-विनोद सिल्ला

You might also like