बहार शब्द पर दोहा

बहार शब्द पर दोहा रंग बिरंगे फूल से ,            छाए बाग बहार ।भौरें भी मदमस्त हो ,           झूमे मगन अपार ।। रखें भरोसा ईश पर ,             जीवन हो उजियार ।सदा प्रतिष्ठा मान से ,             छाए हर्ष बहार ।। घर में खुशी बहार है ,               अपने भी हैं साथ । करे दिखावा प्रेम का ,               पकड़ रखे … Read more

मेरे भारत देश है श्रेष्ठ गुणों की खान -मनोरमा चन्द्रा “रमा”

mahapurush

मेरे भारत देश है श्रेष्ठ गुणों की खान -मनोरमा चन्द्रा “रमा” मन में अभिलाषा भरी, सभी बने विद्वान। मेरे भारत देश है, श्रेष्ठ गुणों की खान।। शांति नाद गूँजे सदा, सबका हो अरमान। सत्य, अहिंसा मार्ग चल, वही श्रेष्ठतम जान।। रंग भेद को तज चलें, रखें मनुज समभाव। श्रेष्ठ कर्म नित कर चलो, रिश्ते लगे … Read more

जब तक तन में प्रान

करो लोकहित तुम मनुज जब तक तन में प्रान देश सदा उन्नति करे ,मन में लेना ठान ।करो लोकहित तुम मनुज ,जब तक तन में प्रान ।। है स्वतंत्र यह देश है ,बनो नहीं अंजान ।निर्भर होना छोड़ तू,इसकी बन पहचान ।। जाति-पाति के भेद से ,रहो सदा ही दूर ।एक देश के लाल हो … Read more