आया बसंत- कविता चौहान
आया बसंत आया बसंत आया बसंत, आया बसंतछाई जग में शोभा अनंत।चारों ओर हरियाली छाईजब बसंत ऋतु है आई।रंग बिरंगे फूल खिलाएखेतों पर सरसों लहराए।फूलों पर भोरे मंडराएजब बसंत ऋतु है आए। सूरज की लाली सबको भाए।देख बसंत, शाखाएं लहराए।देख नीला आसमा मन हर्षाए।जब बसंत अपना रंग बिखराए। अलसी की शोभा निराली।कोयल कूके डाली डाली।देखो … Read more