चूमता तिरंगा आसमान – हरिश्चन्द्र त्रिपाठी

चूमता तिरंगा आसमान – हरिश्चन्द्र त्रिपाठी आन बान शान का ,विधान आज देखिये,हो रहा है देश का ,उत्थान आज देखिये।1। अप्सरा भी स्वर्ग से,उतरने को उतावली,धन्य भरत-भूमि की मुस्कान आज देखिये।2। सप्तरंगी परिधान अम्बर को मोह रहा-चूमता तिरंगा आसमान आज देखिये।3। नित्य नव प्रशस्त पन्थ देश-प्राण बढ़ रहा,जिसके हाथ में सजग कमान आज देखिये।4। ऊॅच-नीच,भेदभाव … Read more

सच्चा ज्यूरी – रामनाथ साहू ” ननकी “

सच्चा ज्यूरी – रामनाथ साहू ” ननकी “ दीदार जरूरी है । जगत नियंता प्रिय प्रतिपालक ,मुझसे क्यों दूरी है ।। परम प्रकाशक कण -कण के ,अति अद्भुत नूरी है ।बस आभास करा दो अपना ,अब क्या मगरूरी है ।। काँटों में भी प्यारा अनुभव ,अपनापन तूरी है ।तम भी आनंद प्रदायक हो ,आत्मसात पूरी … Read more

श्रृंखलाएँ – रामनाथ साहू ननकी

श्रृंखलाएँ – रामनाथ साहू ननकी हे काव्य कामिनी ,तुम ही मेरी ताकत हो ।नूर इलाही दावत हो ।।अल्लाह खुशी सरगम सीसुब्हो शाम इबादत हो ।। हे चित्त स्वामिनी ,छंद प्रीत की पदावली ।सदा सुगंधित एक कली ।।कमलिनी गंध स्वर्गिक सुख ,प्रेमिल नयी भावाँजली ।। हे भव्य भामिनी ,हर अंक पृष्ठ पर होते ।प्रणयी उर्वरता बोते … Read more

कोहिनूर की आभा – डिजेन्द्र कुर्रे कोहिनूर

कोहिनूर की आभा – डिजेन्द्र कुर्रे कोहिनूर सत्यनाम के ज्ञान का,करो हृदय में ध्यान। गुरुवर की पाकर कृपा,बनना परम महान।। सत्य वचन नित बोलिए,यह मिश्री का घोल।तन मन को पावन करें,अनुपम मीठे बोल।। पावनता मन में रहे , फैले ज्ञान प्रकाश।दर्पण सम स्वछन्द हो,जीवन का आकाश।। बढ़ जाता मन भाव में,सहज प्रखर विश्वास।जब करते हम … Read more

कौन आवाज उठाए – पंडित अमित कुमार शर्मा

कौन आवाज उठाए – पंडित अमित कुमार शर्मा बदल गई जिंदगी देश केउगते सूरज कीलगा ग्रहण अब उनके उम्मीद कीसारे सपने टूट गए मां बाप की। चार दीवारों के बीच हर पलकिताबो के साथ जीते हैंहर रातों को वो दिन समझते हैएक एक पैसे से सफ़लता कीकहानी लिखते है। देश को शिखर तक ले जाने … Read more