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विविध छंदबद्ध काव्य
छंद में प्रयुक्त अक्षरों की संख्या एवं क्रम, मात्रा-गणना होती है. इसके अलावा, यति-गति से सम्बद्ध विशिष्ट नियमों से नियोजित पद्य रचना ‘’छन्द’’ कहलाती है। छंद शब्द के मूल में गति का भाव है।
The number and order of the letters used in the verse is a quantity-calculation. In addition, the verse formulation employed by specific rules related to the Yeti-motion is called “Chhand”. At the root of the word stanza is the sense of motion.
होली चालीसा – बाबू लाल शर्मा
होली चालीसा :-चालीसा हिंदू धर्म में विभिन्न देवी-देवताओं की पूजा के लिए गायी जाने वाली प्रार्थना होती है। ये…
बंधन पर कविता
बंधन पर कविताबंधन बांधो ईश से, और सभी बेकार।केवल ब्रह्म सत्य है,पूरा जगत असार।।बंधन केवल प्यार का,होता बड़ा…
रजत विषय पर दोहा
रजत विषय पर दोहारजत वर्ण की चाँदनी,फैल रही चहुँओर।चमक रहा है चंद्रमा, लगे रात भी भोर।।रात अमावस बाद ही ,…
चित्र मित्र इत्र विचित्र पर कविता
चित्र मित्र इत्र विचित्र पर कविताचित्र रचित कपि देखकर,डरती सिय सुकुमारि।अगम पंथ वनवास में, रहती जनक दुलारि।।
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हनुमत वंदना
हनुमत वंदनाचैत्र शुक्ल पूर्णिमा श्री हनुमान जयंती Chaitra Shukla Poornima Shri Hanuman Jayantiराम नाम जाप…
होलिका दहन पर कविता-प्रवीण त्रिपाठी
होलिका दहन पर कविताholika-dahanमधुमासी ऋतु परम सुहानी, बनी सकल ऋतुओं की रानी।ऊर्जित जड़-चेतन को करती, प्राण…
साथ-साथ पर कविता- रामनाथ साहू ननकी
साथ-साथ पर कवितासम्मुख यूँ बैठो रहो ,जीवन जाये बीत ।मुक्त भाव से गा सकें ,सिर्फ प्यार के गीत ।।सिर्फ प्यार के…
शिवरात्रि पर कविता-कन्हैया लाल श्रीवास
प्रस्तुत कविता शिवरात्रि पर आधारित है। वह त्रिदेवों में एक देव हैं। इन्हें देवों के देव महादेव, भोलेनाथ, शंकर,…
कुण्डलिया शतकवीर- बाबूलाल शर्मा
कुण्डलिया शतकवीर - बाबूलाल शर्मा१. *वेणी*मिलती संगम में सरित, कहें त्रिवेणी धाम!तीन भाग कर गूँथ लें,…
कवि पर दोहे
कवि पर दोहेविधी की सृष्टि से बड़ा, कवि रचना संसार।षडरस से भी है अधिक,इसका रस भंडार।।1।।विधि रचना संसार…