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विविध छंदबद्ध काव्य
छंद में प्रयुक्त अक्षरों की संख्या एवं क्रम, मात्रा-गणना होती है. इसके अलावा, यति-गति से सम्बद्ध विशिष्ट नियमों से नियोजित पद्य रचना ‘’छन्द’’ कहलाती है। छंद शब्द के मूल में गति का भाव है।
The number and order of the letters used in the verse is a quantity-calculation. In addition, the verse formulation employed by specific rules related to the Yeti-motion is called “Chhand”. At the root of the word stanza is the sense of motion.
पृथ्वीराज पर कविता-बाबूलालशर्मा *विज्ञ*
पृथ्वीराज पर कविताअजयमेरु गढ़ बींठली, साँभर पति चौहान।सोमेश्वर के अंश से, जन्मा पूत महान।।ग्यारह सौ उनचास…
धरा पर कविता (दोहा)
धरा पर कविताआज धरा में प्रेम ही,मानवता का सार।।जिनके मन में प्रेम हो,करता नित उपकार।।१।।प्रेम…
कोरोना से युद्ध पर कविता
कोरोना से युद्ध पर कविताकोरोना से युद्ध~~~~~~~~~~~~~उनकी खातिर प्रार्थना,मिलकर करना आज।जो जनसेवा…
जगत नाथ जगदीश पर दोहा
जगत नाथ जगदीश पर दोहादोहा - जगत नाथ जगदीश है~~~~~~~~~~~~~~~~~(१)जगत नाथ जगदीश है,जग के पालनहार।जन्म लिए…
शराब पर कविता
शराब पर कविताकुण्डलिया छंदपीना छोड़ शराब को,इससे है नुकसान।तन मन खूब खराब हो,बीमारी की खान।।बीमारी की…
शिव स्तुति-रमेश शर्मा
प्रस्तुत कविता शिव स्तुति भगवान शिव पर आधारित है। वह त्रिदेवों में एक देव हैं। इन्हें देवों के देव महादेव, भोलेनाथ,…
श्रमिक पर कविता
श्रमिक पर कविताखून पसीना एक कर,करता जग कल्याण।औरों के हित के लिए, देता अपने प्राण।।????स्वेद बहे मजदूर का, तभी…
विश्व मलेरिया दिवस पर कविता /राजकिशोर धिरही
विश्व मलेरिया दिवस पर कविता /राजकिशोर धिरहीबचना मच्छर काट से,मानो मेरी बातमच्छरदानी को लगा,नींद पड़े दिन…
जीत का विश्वास पर कविता
जीत का विश्वास पर कवितासंघर्ष से भरा जीवन,अग्रसर सतत होना।काँटो पर भी चलकर,हँसकर पल बिताना।मुश्किल समझे…
नित्य करूँ मैं वंदना
नित्य करूँ मैं वंदनानित्य करूँ मैं वंदना,गुरुवर को कर जोर।पाऊँ चरणों में जगह ,होकर भाव विभोर।।मात-पिता…