मोर गांव मोर मितान
मोर गांव मोर मितान जिसके रचनाकार अनिल जांगड़े जी हैं । कविता ने ग्रामीण परिवेश का बहुत सुंदर वर्णन किया है। आइए आनंद लें । मोर गांव मोर मितान मोर गाॅंव के तरिया नदिया,नरवा मोर मितानरूख राई म बसे हवय जी,मोर जिंनगी परान। गली खोर के मॅंय हंव राजा,दुखिया के संगवारी हंवदया धरम हे सिख … Read more