जन चरित्र की शक्ति
जन चरित्र की शक्ति भू पर विपदा आजठनी है भारी।संकट में है विश्वप्रजा अब सारी।। चिंतित हैं हर देशविदेशी जन सेचाहे सब एकांतबचें तन तन सेघातक है यह रोगडरे नर नारी।भू पर ……….।। तोड़ो इसका चक्रसभी यों कहतेघर के अंदर बन्दतभी सब रहतेपालन करना मीतनियम सरकारीभू प…………….।। शासन को सहयोगकरें भारत जनतभी मिटेगा रोगसुखी हों … Read more