विश्वकर्मा भगवान पर कविता -विनोद कुमार चौहान जोगी

विश्वकर्मा भगवान पर कविता (अमृत ध्वनि छंद) सुन्दर सर्जनकार हैं, भौमन है शुभ नाम।गढ़ना नित ही नव्य कृति, प्रभुवर पावन काम।।प्रभुवर पावन, काम सुहावन, गढ़ें अटारी।अस्त्र बनाते, शस्त्र सजाते, महिमा न्यारी।।हैं अभियंता, गढ़ते जंता, गढ़ें ककुंदर।पूज्य प्रजापति, तुम्हीं रूपपति, श्री वर सुन्दर।। गढ़ते इस संसार को, लेकर कर औजार।ईश विश्वकर्मा हमें, देना भव से तार।।देना … Read more

अभिलाषा पर दोहे – बाबूराम सिंह

अभिलाषा पर दोहे मेरा मुझमें कुछ नहीं ,सब कुछ तेरा प्यार। तू तेरा ही जान कर ,सब होते भव पार।। क्षमादया तेरी कृपा,कण-कण में चहुँ ओर।अर्पण है तेरा तुझे ,क्या लागत है मोर।। सांस-सांस में रम रहा ,तू है जीवन डोर।माया मय पामर पतित ,मै हूँ पापी घोर।। तार करूणा कर मुझे ,हे दीनों के … Read more

नारी के अधिकार पर कविता – बाबूराम सिंह

नारी के अधिकार पर कविता – बाबूराम सिंह नारी है नारायणी जननी जगत जीव की ,सबहीं की गुरु सारी सृष्टि की श्रृंगार है ।जननीकी जननीभी नारीकी विशेषता है ,महिमा नारी की सदा अगम अपार है ।जननी बहिन बहु -बेटी धर्मपत्नी बन ,सुखद बनाती सदा घर परिवार है।आदर सत्कार मान”कवि बाबूराम “कर ,औरत के बिना सही … Read more

हिंदी की है अद्भुत महिमा – उपमेंद्र सक्सेना

हिंदी की है अद्भुत महिमा हिंदी की है अद्भुत महिमा गीत-उपमेंद्र सक्सेना एडवोकेट जिसको जीवन में अपनाया, उसपर हम होते बलिहारीहिंदी की है अद्भुत महिमा, यह हमको प्राणों से प्यारी। हिंदी का गुणगान करें हम, हिंदी के गीतों को गाएँहिंदी की मीठी बोली से, सबके मन को अब हम भाएँ सदा फले- फूले यह भाषा, … Read more

अनमोल मानव जीवन पर कविता

अनमोल मानव जीवन पर कविता पकड़ प्यार सत्य धर्म की डोर ,बढ़ सर्वदा प्रकाश की ओर।मधुर वचन सबहिं से बोल,मानव जीवन है अनमोल। औरों से सद्गुण सम्भाल,निजका अवगुण दोष निकाल।सत्य वचन से कभी ना डोल,मानव जीवन है अनमोल। वैर- विरोध का नाम मिटाओ,आपस में सद्भाव बढा़ओ।मन कि गाँठें ज्ञान से खोल,मानव जीवन है अनमोल। पर … Read more