मोम की गुड़िया-बेटियां
मोम की गुड़िया-बेटियां मोम की गुड़िया सी कोमल होती है बेटियांमाता पिता के दुलार में पलती है बेटियांअनजान घर की बहू बनती तब भी बेटी का ही रूप होती है बेटियांखुदा की सौगात ,जमा पूंजी का ब्याज सी होती है बेटियां दिन का चैन और रातों की नीद भी उड जाती हैजब जवान हो जाती … Read more