नोहर होगे / डॉ विजय कन्नौजे
नोहर होगे / डॉ विजय कन्नौजे नोहर होगे बटकी मा बासीबारा में राहय नुन।तिवरा के बटकर, बेलि नारके राहय सुघ्घर मुंग।। तिवरा नि बाचिस संगीगरवा के चरई मा।नेवता हावय तुमन लामोर गांव के मड़ई मा।। घातेच सुघ्घर लागथेमोर गांव के मड़ई।अड़बड़ मजा आथे संगीराऊत मन के लड़ई। दोहा पारथे लाठी चालथेझुमर झुमर के नाच।जुरमिल के … Read more