by कविता बहार | May 1, 2024 | Uncategorized
हो मुरलिया रे / केवरा यदु “मीरा” Shri Krishna हो मुरलिया रे तँय का का दान पुन करे हस।तँय का का दान पुन करे हस।तोर बिना राहय नहीं कान्हा ओकरे संग धरे हस।तँय का का दान पुन करे हस।। सुन रे मुरलिया तोर भाग जबर हे कान्हा के संग रहिथस।मोहना के हिरदय के बात...
by कविता बहार | May 1, 2024 | हिंदी कविता
Shri Krishna कृष्ण रासलीला लीला राधे कृष्ण सम,आँख उठा के देख।लाख कोटि महा शंख में,लख लीला है एक।। सब देवों की नारियाँ,कर नित साज सिंगार।गमन करें शुचि रास में ,बन ठन हो तैयार।। कृष्णप्रेम विह्वल शम्भु,निज मन कियो विचार।राधे कृष्ण प्रेम परम ,जा देखूँ इक बार।। शिव गौरा...
by कविता बहार | May 1, 2024 | Uncategorized
हे नटनागर हे गिरधारी – भजन अनिल कुमार गुप्ता “अंजुम ” Shri Krishna कंचन कर दो काया मेरी , हे नटनागर हे गिरधारीचरण कमल में ले लो मुझको , पावन हो फुलवारीनंदनंदन मुझे चरण में ले लो , हो जाऊं बलिहारीनिर्धन पर हो दया प्रभु तेरी , दीनन के...
by कविता बहार | May 1, 2024 | हिंदी कविता
गोवर्धन कर धरते हो/ प्रवीण त्रिपाठी नटवर नागर प्यारे कान्हा, गोवर्धन कर धरते हो।इंद्र देव का माधव मोहन, सर्व दर्प तुम हरते हो। ब्रज मंडल के सब नर-नारी, इंद्र पूजते सदियों से।लीलाधारी कृष्ण चन्द्र को, कभी न भाया अँखियों से।उनके कहने पर ब्रजवासी, लगे पूजने...
by कविता बहार | May 1, 2024 | हिंदी कविता
कृष्ण रंग रंगी मीरा/ अर्चना पाठक Shri Krishna तज महल अटारी ,कर सितार लिये गली गली श्याम संग घूमी मीरा । वीणा के तार कृष्ण दास हुये भक्ति के रंग में रंगी मीरा । पराधीनता की गहरी टीस लिये। विरक्ति के गीत में रमी मीरा। परिजनों के क्रोध और विद्रोह सहे। सदा कृष्ण भक्ति में...