Category हिंदी देशभक्ति कविता

जय जवान जय किसान

स्वतंत्रता दिवस अमर रहे

स्वतंत्रता दिवस अमर रहे!***सतत् किया संघर्ष, गुलामी से छुटकारा पाने को,भारतीय जनता ने ठाना , जुल्मों सितममिटाने को!वयोवृद्ध, बालक, बालिका और युवा सबथे एकत्र,ठान लिया था, अंग्रेज़ों का, छिन्न भिन्न होजाए छत्र!स्वाधीनता की लौ जल रही, हर एक हृदयसमाने को,आजादी…

kids

गोली दन दन दन हो गयी शुरू

गोली दन दन दन हो गयी शुरू गोली दन दन दन हो गयी शुरू ,हो गयी शुरू,भारत माँ के लाल गरजे शेर गबरू ..मूछ मरोड़ो,आगे आओ ,आया अपना दौर रे,और निचोड़ो ऐसे जैसे निम्बू दिया निचोड़ रे,क्योंकि गोली दन दन…

खुदीराम बोस

खुदीराम के नाम का गान /मनीभाई नवरत्न

खुदीराम बोस भारतीय स्वतंत्रता संग्राम के एक महान क्रांतिकारी थे, जिन्होंने देश के लिए अपने प्राण न्यौछावर कर दिए। उनके साहस, बलिदान और देशप्रेम को समर्पित एक गीत प्रस्तुत है: खुदीराम के नाम का गान (Verse 1)वो नन्हा वीर था,…

भारत छोडो आन्दोलन

भारत छोड़ो का जयघोष (भारत छोड़ो आंदोलन पर एक कविता)

यहां भारत छोड़ो आंदोलन पर एक कविता प्रस्तुत है: भारत छोड़ो का जयघोष सुनो कहानी वीरों की, जब भारत हुआ बेखौफ,आजादी का बिगुल बजा, उठा स्वतंत्रता का शोर।नव जागरण की लहर चली, एकता का उठा संकल्प ,भारत छोड़ो का नारा…

पुष्प की अभिलाषा

पुष्प की अभिलाषा हिंदी कविता

“पुष्प की अभिलाषा” माखनलाल चतुर्वेदी की एक प्रसिद्ध कविता है, जिसमें एक पुष्प (फूल) की इच्छाओं और उसकी बलिदानी भावना का सुंदर वर्णन किया गया है। इस कविता के माध्यम से, कवि ने देशभक्ति और आत्म-समर्पण की भावना को प्रस्तुत…

नन्हा मुन्ना राही हूँ देश का सिपाही हूँ बाल गीत

“नन्हा मुन्ना राही हूँ, देश का सिपाही हूँ” यह एक प्रसिद्ध हिंदी बाल गीत है जो बच्चों के बीच प्रसिद्ध है। यह गीत देशभक्ति की भावना को उत्तेजित करता है और बच्चों को अपने देश के प्रति प्रेरित करता है।…

Republic day

सेना दिवस पर हिंदी कविता

भारतीय सैनिकों का दर्द हम कम से कम अपने दिल में उतार कर देश की सेना को सम्मान के नजरिए से देखें तो यह भी एक बड़ी देशभक्ति होगी। सीमा पर तैनात एक जवान का दर्द इस कविता में शामिल…

समर शेष है रुको नहीं

समर शेष है रुको नहीं समर शेष है रुको नहींअब करो जीत की तैयारीआने वाले भारत कीबाधाएँ होंगी खंडित सारी ,राजद्रोह की बात करे जोउसे मसल कर रख देनादेशभक्ति का हो मशाल जोउसे शीश पर धर लेना,रुको नहीं तुम झुको…

8 मई मातृ दिवस पर कविता /Poem on 8th May Mother’s Day

सबसे ज्यादा मेरी माता o आचार्य मायाराम ‘पतंग’ सबसे ज्यादा मेरी माता, लगती मुझको प्यारी है। माता के पावन चरणों, जग सारा बलिहारी है ॥ माँ ने सबको जन्म दिया है अपना दूध पिलाया है। गीले में खुद सोई माँ,…

23 मार्च बलिदान दिवस पर कविता

23 मार्च को तीन स्वतंत्रता सेनानियों भगत सिंह, शिवराम राजगुरु और सुखदेव थापर को अंग्रेजों ने फांसी पर चढ़ा दिया था। कम उम्र में इन वीरों ने देश के आजादी की लड़ाई लड़ी और अपने प्राणों की आहुति दे दी। इसी के साथ…