विश्व रंगमंच दिवस के अवसर पर एक कविता

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इस कविता के माध्यम से हम सभी विश्व रंगमंच दिवस के महत्व को समझते हैं और इस उत्सव के महत्व को मनाते हैं, जो संस्कृति, कला, और समाज को एकसाथ लाता है। विश्व रंगमंच दिवस के अवसर पर यहाँ एक कविता प्रस्तुत की जा रही है: विश्व रंगमंच के दीप सजाएं,गीत नृत्य से दिल बहलाएं।प्रतिभाओं … Read more

विश्व कविता दिवस/मंजूषा दुग्गल

विश्व कविता दिवस

आओ विश्व कविता दिवस मनाएँ/मंजूषा दुग्गल मन के कोमल भावों कोकोरे काग़ज़ पर सजाएँप्रेम, इंतज़ार,ग़म के पलों कोचला लेखनी लफ़्ज़ों में व्यक्त कर जाएँनमन करें सभी काव्य साधकों कोश्रद्धा में उनकी मस्तक झुकाएँमहादेवी सी सहनशीलता ले आएँनिराला के प्रकृति प्रेम में खो जाएँदिनकर की राष्ट्र भक्ति से ओजपूर्ण होजयशंकर की स्पष्टवादिता अपनाएँराहे कदम पर इनके … Read more

विश्व कविता दिवस/डॉ0 रामबली मिश्र

विश्व कविता दिवस

विश्व कविता दिवस/डॉ0 रामबली मिश्र प्रति पल कविता दिवस मनाता।हिन्दी में लिखना सिखलाता।।मन मन्दिर में ध्यान लगाता।सबको उत्तम राह दिखाता।। अंतर्मन के भाव गमकते।शब्दों के आह्लाद चहकते।।अर्थ बताते सत्य पंथ गह।स्नेह परस्पर का मतलब कह।। कविता लिख कर मन बहलाता।जीवन को खुशहाल बनाता।।लेखन ही सत्कर्म धर्म है।जीवन का य़ह शिष्ट मर्म है।। हिन्दी में जो … Read more

पर्यावरण दिवस पर कविता /मंजूषा दुग्गल

पर्यावरण दिवस पर कविता

पर्यावरण दिवस पर कविता/मंजूषा दुग्गल जलाकर पेड़-पौधे वीरान धरती को बना रहे हैं  इतनी सुंदर सृष्टि का भयावह मंजर बना रहे हैं  काटकर जंगल पशु-पक्षियों को बेघर बना रहे हैं  कर बेइंतहा अत्याचार हम दिवस पर्यावरण मना रहे हैं । वैज्ञानिक उन्नति की राह पर हम कदम बढ़ा रहे हैं चाँद पर भी अब देखो … Read more

1मार्च शून्य भेदभाव दिवस पर कविता / मनीभाई नवरत्न

1मार्च शून्य भेदभाव दिवस पर कविता

1मार्च शून्य भेदभाव दिवस पर कविता / मनीभाई नवरत्न शून्य भेदभाव दिवस पर, हम एक हो जाएँ ,पूरा विश्व एकजुट, सुबह के सूरज के नीचे।करते हैं आवाज़ बुलंद और स्पष्ट ,नफ़रत को और न कहने के लिए, भय को दूर करने के लिए। हम सब एक जैसे हैं, त्वचा के नीचे खून से कोई जाति … Read more