हरिश्चन्द्र त्रिपाठी ‘हरीश ‘ की कवितायेँ
प्रस्तुत कविता 14 सितंबर हिंदी दिवस पर लिखी गई है जिसमें हिंदी की महत्व का वर्णन किया गया है।
यहाँ पर हिन्दी कवि/ कवयित्री आदर० हरिश्चंद्र त्रिपाठी ‘हरीश’ के हिंदी कविताओं का संकलन किया गया है . आप कविता बहार शब्दों का श्रृंगार हिंदी कविताओं का संग्रह में लेखक के रूप में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका अदा किये हैं .
प्रस्तुत कविता 14 सितंबर हिंदी दिवस पर लिखी गई है जिसमें हिंदी की महत्व का वर्णन किया गया है।
उनकी प्रतिष्ठा मर्यादा पुरुषोत्तम के रूप में है क्योंकि उन्होंने मर्यादा के पालन के लिए राज्य, मित्र, माता-पिता तक का त्याग किया जन-जन के प्रिय राम / हरिश्चन्द्र त्रिपाठी 'हरीश' नित सुबह,…
कभी न तोड़ो कच्चे फल बात पते की सुन लो मेरी,फल खाना है बहुत जरूरी।1।सुन्दर ,स्वस्थ,निरोग रहें हम,सारे सुख का भोग करें हम।2।आम,सन्तरा,काजू खाओ,बाबू,भोले,राजू आओ।3।प्रोटीन,विटामिन सब पाये,अनन्नास,अंगूर जो खाये ।4।कुछ…
इस वर्ष नववर्ष पर कविता बहार द्वारा निम्न हिंदी कविता संकलित की गयी हैं आपको कौन सा अच्छा लगा कमेंट कर जरुर बताएं नववर्ष पर हिंदी कविता नववर्ष पर हिंदी…
यहाँ पर 30 अक्टूबर विश्व बचत दिवस पर हिंदी कविता दी जा रही है आपको कौन सी कविता अच्छी लगी कमेंट करके बताएं 30 अक्टूबर विश्व बचत दिवस : पैसों…