शाकाहारी पर दोहे / डिजेन्द्र कुर्रे
शाकाहारी पर दोहे / डिजेन्द्र कुर्रे========================श्रेष्ठ मनन चिंतन रहें, विनयशील व्यवहार।जिसने अपने जन्म में, चुन ली शाकाहार।। शाकाहारी को मिले, चिंतन में अध्यात्म।भोज तामसिक से मिले, मानवता को घात।। हरि-हरि भाजी शाक में, भरा ब्रम्ह का तत्व।जीव वधन में है नहीं, मानवता सुख सत्व।। गोभी पालक मेथियाँ, और टमाटर लाल।जिसने खाया स्वास्थ से, वे है … Read more