हिंदी कविता पालन अपना कर्म करो कविता बहार May 9, 2019 0 पालन अपना कर्म करोपाया जीवन है मनुष्य का,पालन अपना कर्म करो ।जीव जंतुओं पशु पक्षी पर, व्यहार को अपने नर्म करो…
हिंदी कविता हे सुरूज देंवता अतका झन ततिया कविता बहार May 9, 2019 0 हे सुरूज देंवता अतका झन ततियाहे सुरूज देंवता अतका झन ततिया।तोर हाँथ जोरत हँव तोर पाँव परत हँव आगी झन…
हिंदी कविता मुहब्बत में ज़माने का यही दस्तूर होता है कविता बहार May 7, 2019 0 मुहब्बत में ज़माने का यही दस्तूर होता हैजिसे चाहो नज़र से वो ही अक्सर दूर होता हैमुहब्बत में ज़माने का यही दस्तूर…
हिंदी कविता गर्दिश में सितारे हों कविता बहार May 7, 2019 0 गर्दिश में सितारे होंगर्दिश में सितारे हों जिसके, दुनिया को भला कब भाता है,वो लाख पटक ले सर अपना, लोगों से सज़ा…
विविध छंदबद्ध काव्य प्यार का पहला खत पढ़ने को कविता बहार May 7, 2019 0 प्यार का पहला खत पढ़ने कोप्यार का पहला खत पढ़ने को* तड़पी है यारी आँखें,पिया मिलन की* चाह में अक्सर रोती है सारी…
हिंदी कविता नज़र आता है कविता बहार May 7, 2019 0 नज़र आता हैहर अक्स यहाँ बेज़ार नज़र आता है,हर शख्स यहां लाचार नज़र आता है।जीने की आस लिए हर आदमी अब,मौत का…