Sign in
Sign in
Recover your password.
A password will be e-mailed to you.
Browsing Category
छत्तीसगढ़ी रचना
महिमा मोर छत्तीसगढ़ के..गीत पद्मा साहू पर्वणी
महिमा मोर छत्तीसगढ़ केछत्तीसगढ़ महतारी मोर, तोर महिमा हे बड़ भारी।गजब होवत हे नवा बिहान, छत्तीसगढ़ के संगवारी।…
मोर छत्तीसगढ़ के भुंईयां- पदमा साहू
मोर छत्तीसगढ़ के भुंईयांमोर जनमभूमि के भुंईयां मा माथ नवावंव गा।मोर छत्तीसगढ़ के भुंईयां मा माथ नवावंव गा।।जनम…
गरमी महीना छत्तीसगढ़ कविता
गरमी महीना छत्तीसगढ़ कविताकिंदर किंदर के आवथें बड़ेर,"धुर्रा-माटी-पैरा-पान" सकेल।खुसर जाय कुरिया कोती अन,लकर-लकर…
शौचालय विशेष छतीसगढ़ी कविता
शौचालय विशेष छतीसगढ़ी कवितासुधारू केहे-"कस रे मितान!तोला सफई के,नईये कछु भान।तोर आस-पास होवथे गंदगीइही च हावे…
सुधारू बुधारू के गोठ -मनीभाई नवरत्न
सुधारू बुधारू के गोठ (छत्तीसगढ़ी व्यंग्य)बुधारू ह गांव के गौंटिया के दमाद के भई के बिहाव म जाय बर फटफटी ल पोछत…
गणेश स्तुति गणनायक देवा,बिपदा मोर हरौ-बोधन राम निषादराज
गणेश स्तुतिगणेश चतुर्थी विशेषांकजय गणेश गणनायक देवा,बिपदा मोर हरौ।आवँव तोर दुवारी मँय तो, झोली मोर…
पेरा ल काबर लेसत हो
पेरा ल काबर लेसत होतरसेल होथे पाती - पाती बर, येला काबरा नइ सोचत हो!ये गाय गरुवा के चारा हरे जी , पेरा ल काबरा…
मोर मया के माटी-राजेश पान्डेय वत्स
मोर मया के माटीछत्तीसगढ़ के माटीअऊ ओकर धुर्रा।तीन करोड़ मनखेसब्बौ ओकर टुरी टुरा।।धान के बटकी…
छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस पर कविता
छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस पर कविताचलो नवा सुरुज परघाना हे1 नवम्बर छत्तीसगढ़ राज्य स्थापना दिवस 1…
मातर तिहार पर कविता-गोकुल राम साहू
मातर तिहार पर कविताचलना दीदी चलना भईया,मातर तिहार ला मनाबोन।बड़े फजर ले सुत उठ के,देवी देवता ला…