कविता बहार

कविता बहार

"कविता बहार" हिंदी कविता का लिखित संग्रह [ Collection of Hindi poems] है। जिसे भावी पीढ़ियों के लिए अमूल्य निधि के रूप में संजोया जा रहा है। कवियों के नाम, प्रतिष्ठा बनाये रखने के लिए कविता बहार प्रतिबद्ध है।

मेरी मातृभूमि

मेरी मातृभूमि स्वर्ग  से   सुंदर   भू   भारती ।भानु शशि नित्य करे आरती ।।गौरव   गान  श्रुति  वेद करते ।प्रातः नमन ऋषि हृदय भरते ।।उर्वर  भूमि  सजी  इठलाती ।श्रम बिन्दु से प्यास  बुझाती ।।सौंधी  सुगंध  पवन  मचलते ।मंजु मधुक मधु कंठ विहरते…

नैन पर दोहे

doha sangrah

  नैन पर दोहे दुनिया    के   सबसे   बड़े, , जादूगर  ये  नैन।इनके बिन मिलता कहाँ ,भला किसी को चैन?कमल-नयन   श्रीराम  हैं , त्रिलोचन  महादेव।सृजन  प्रलय  के  हेतु   हैं  ,ये  देवों  के  देव।नयन   समंदर   झील हैं   ,नैन  तीर  तलवार।नैन   जिसे  ले  …

लाल तुम कहाँ गये

लाल तुम कहाँ गये * मेरे आँगन  का उजियारा थामाँ बाप के आँख का तारा थासीमा पर तुझको भेजा थापत्थर  का बना  कलेजा थापर मैने यह नहीं   सोचा  था।तू मुझे छोड़  कर जायेगा माँ बाप को  रुलवायेगा ।क्यों पुलवामा  में सो…

हिम्मत न हार

हिम्मत न हार आज  नहीं  तो  ये  कल  होगा ।प्रश्न  यहीं  का   है  हल  होगा ।।जीवन  जीये  जा   मत   रोना ।यार   हताशा   में  मत   होना ।।मान   पहेली   तू   लग   पीछे ।हिम्मत  को बांधो  कस भींचे ।।जीत  चलो  बाजी  उलझा  है…

मनीभाई की तांका

मनीभाई की तांका नंद के लालाब्रज का तू गोपालाहै भोला भालाभाये बांसुरी तेरीछाये प्रेम घनेरी।। -मनीभाई ●●●●●●●●●●नाचते देखादेव विसर्जन मेंलोगों कोलिए फूहड़पनडीजे केे तरानों में।●●●●●●●●●●मैं नहीं एकमेरे रूप अनेकमैं ही ना जानूँ मेरी हकीकत कोमुझसे मिला दे तू।●●●●●●●●●●मनीभाई ‘नवरत्न’ मनीभाई की…