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गेय कविता
स्वर, पद और ताल से युक्त जो गान होता है वह गीत कहलाता है। गीत, सहित्य की एक लोकप्रिय विधा है। इसमें एक मुखड़ा तथा कुछ अंतरे होते हैं। प्रत्येक अंतरे के बाद मुखड़े को दोहराया जाता है। गीत को गाया जाता है।
An anthem consisting of voice, verse and rhythm is called a song.The song is a popular genre of Bhagya. It has a mouth and a few nerves. The mouth is repeated after each interval. The song is sung.
याराना पर कविता
याराना पर कविताप्रेमी युगलसाहिल पर आना मेरे यार मुझे तेरी याद सताती हैतेरी बातें मुझे बीते कल की याद…
शादी पर गीत
शादी पर गीतमैं चूल्हे की नाँब घुमाऊँ , लाइटर तुम जला दो ना।सब्जी मैंने छौंकी हैं जी , आकर इसे चला दो ना।
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शिखण्डी पर कविता
शिखण्डी पर कविता
पार्थ जैसा हो कठिन,व्रत अखण्डी चाहिए।*आज जीने के लिए,**इक शिखण्डी चाहिए।।*
देश अपना हो…
सूरज पर कविता
सूरज पर कवितासुबह सबेरे दृश्यमीत यामिनी ढलना तय है,कब लग पाया ताला है।*चीर तिमिर की छाती को अब,**सूरज उगने…
संस्कारों पर कविता
संस्कारों पर कविताबीज रोप दे बंजर में कुछ,यूँ कोई होंश नहीं खोता।जन्म जात बातें जन सीखे,वस्त्र कुल्हाड़ी से कब…
अप्सरा पर कविता
अप्सरा पर कविताबादलो ने ली अंगड़ाई,खिलखलाई यह धरा भी!हर्षित हुए भू देव सारे,कसमसाई अप्सरा भी!कृषक खेत हल…
शिव भक्ति गीत -बाबूलाल शर्मा
शिव भक्ति गीत -बाबूलाल शर्मा प्रस्तुत कविता शिव भक्ति गीत आधारित है। वह त्रिदेवों में एक देव हैं। इन्हें देवों के…
पत्थर दिल पर कविता
पत्थर दिल पर कवितालता लता को खाना चाहे,कली कली को निँगले!शिक्षा के उत्तम स्वर फूटे,जो रागों को निँगले!सत्य…
हारे जीत पर दोहे
हारे जीत पर दोहे
पीर जलाए आज विरह फिर,बनती रीत!लम्बी विकट रात बिन नींदे, पुरवा शीत!
लगता जैसे बीत गया युग, प्यार…
प्रीत की बाजी पर कविता
प्रीत की बाजी पर कविताकल्पना यह कल्पना है,आपके बिन सब अधूरी।गया भूल भी मधुशाला,वह गुलाबी मद सरूरी।सो रही…